राइफल और पिस्टल में क्या फर्क है दोनों में से सटीक निशाना किससे लगता है
राइफल और पिस्टल में क्या फर्क है दोनों में से सटीक निशाना किससे लगता है
राइफल और पिस्टल दोनों ही शूटिंग गेम में काफी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. यह युवा के प्रशिक्षण और उसकी तकनीक पर निर्भर होता है. वह किसका बेहतर उपयोग करते हुए गेम में परचम लहरा सके, क्योंकि दोनों का ही लक्ष्य को हासिल करना एक मात्र मकसद रहता है.
विशाल भटनागर, मेरठ:- ओलंपिक में जिस तरीके से मनु भाकर ने शूटिंग के क्षेत्र में बेहतर परफॉर्म करते हुए भारत को कांस्य पदक दिलाकर विश्व में गर्व के साथ नाम रोशन किया है, उसके बाद से ही युवाओं में भी शूटिंग के प्रति काफी क्रेज देखने को मिल रहा है. विभिन्न एकेडमी में भी आपको युवा प्रेक्टिस करते हुए दिखाई देंगे. लेकिन काफी ऐसे युवा होते हैं, जो शूटिंग के लिए राइफल और पिस्टल के चयन करने में काफी कंफ्यूज रहते हैं. ऐसे में लोकल 18 की टीम द्वारा शूटिंग कोच एवं नेशनल शूटर से खास बातचीत की.
तकनीक पर निर्भर रहता है गेम
कैलाश प्रकाश स्टेडियम में युवाओं को शूटिंग का प्रशिक्षण दे रही अंतरराष्ट्रीय शूटर व कोच अक्षरा बताती हैं कि राइफल और पिस्टल दोनों ही शूटिंग गेम में काफी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. यह युवा के प्रशिक्षण और उसकी तकनीक पर निर्भर होता है. वह किसका बेहतर उपयोग करते हुए गेम में परचम लहरा सके, क्योंकि दोनों का ही लक्ष्य को हासिल करना एक मात्र मकसद रहता है. ऐसे में युवा राइफल व पिस्टल दोनों को ही चलाकर देखें, जिससे वह बेहतर तरीके से संचालन कर पाए.
राइफल के लिए करना पड़ता है अधिक खर्च
नेशनल शूटर अंश त्यागी Local 18 को बताते हैं कि राइफल और पिस्टल में प्रशिक्षण को कंपेयर किया जाए, तो राइफल के क्षेत्र में काफी संभावनाएं रहती हैं. लेकिन यह युवाओं की क्षमता पर निर्भर है कि वह किसका बेहतर तरीके से उपयोग कर सके. पिस्टल के मुकाबले राइफल का प्रशिक्षण युवाओं के लिए काफी महंगा पड़ता है. राइफल्स की गोलियां भी काफी महंगी होती है. वहीं इसके प्रशिक्षण हासिल करते समय युवाओं को नियमों के तहत फुल ड्रेस में रहना जरूरी है. जबकि पिस्टल से निशाना लगाने के लिए गूगल, शूज सहित एक दो चीज ही युवाओं को उपयोग में लानी होती है.
रेट में भी काफी है अंतर
शूटिंग गेम के जानकार ओमवीर बताते हैं कि राइफल, पिस्टल दोनों के रेट की अगर बात की जाए, तो काफी अंदर देखने को मिलता है. वह कहते हैं कि आपको राइफल ढाई लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक की रेंज में उपलब्ध होगा. वहीं पिस्टल की बात की जाए, तो इसकी शुरुआत डेढ़ लाख रुपए से हो जाती है, जिसमें युवा 10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर की रेंज में परचम लहरा सकते हैं.
बताते चलें कि अगर आप शूटिंग गेम में अपने भविष्य को तलाश रहे हैं, तो उसके लिए आपको काफी खर्च करना पड़ेगा. अगर आप राइफल से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करने चाहते हैं, तो उसके लिए आपको ढाई से पांच लाख रुपए की रेंज में एक अच्छी राइफल खरीदनी होगी. साथ ही इसके लिए आपको शूज, चश्मा, सेफ्टी किट पर भी दो से ढाई लाख रुपए खर्च करने होंगे. वहीं अगर आप पिस्टल से अपने गेम की शुरुआत करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको ढाई लाख रुपए तक अच्छी गन उपलब्ध हो जाएगी. नॉर्मल कपड़ों में आप चश्मा और शूज के माध्यम से भी प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 15:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed