पहले मां का सपना किया पूरा अब अपनी ख्वाहिश को हकीकत में बदल रहा पुलिसवाला
पहले मां का सपना किया पूरा अब अपनी ख्वाहिश को हकीकत में बदल रहा पुलिसवाला
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस विभाग में तैनात सिपाही कपिल दिनकर जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाते हुए गायक बनने का सपना भी पूरा कर रहे हैं. कपिल गाना लिखते हैं और गाते भी हैं. उनके अब तक 3 एलबम आ चुके हैं, चौथा जल्द ही रिलीज होने वाला है.
विशाल भटनागर/मेरठ. बदलते परिवेश में देखने को मिल रहा है. युवाओं के सामने एक चुनौती रहती है. वह अपने माता-पिता के सपने को पूरा करें या फिर वह जिस दिशा में चलना चाहते हैं, उसको लेकर कार्य करे. इन्हीं बातों को देखते हुए वह कई बार उलझन में पड़ जाते हैं. लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ की बात करें तो पुलिस विभाग में कार्यरत कपिल दिनकर ऐसे सभी युवाओं के लिए प्रेरणा बने हुए हैं. जहां पुलिस विभाग में ड्यूटी कर जनता की सुरक्षा करते हुए वह अपने माता-पिता के सपने को पूरा कर रहे हैं. वहीं अपने सपने को भी पूरा करते हुए नियमों के अंतर्गत सिंगिंग के क्षेत्र में बेहतर परफॉर्म कर रहे हैं.
कपिल दिनकर ने लोकल-18 से बातचीत में बताया कि बचपन से ही उनका सपना सिंगिंग के क्षेत्र में बढ़ने का था. लेकिन मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने के कारण उनके घरवालों को कपिल से बड़ी आशाएं थीं. उनकी मां का सपना था कि बेटा पुलिसवाला बने, जनता की सुरक्षा करे. कपिल ने मां के सपने को पूरा करने के लिए पुलिस विभाग की नौकरी ज्वाइन की. इसी के साथ वह अपना गाने का सपना भी पूरा कर रहे हैं. कपिल कहते हैं कि वह खुशकिस्मत है कि विभाग ने नियमों के तहत राहत दी है. उन्होंने बताया कि अब तक वह 500 गाने लिख चुके हैं. जिसमें से 400 गाने पंजाबी में है. वहीं 100 गाने हिंदी व अंग्रेजी में हैं. उनकी खुद की तीन एल्बम रिलीज हो चुकी है. चौथा एल्बम बड़े बे आबरू होकर लौटे हैं जल्द ही रिलीज होने वाली है.
सपने पूरे करने के लिए खुद को करें सशक्त
कपिल दिनकर कहते हैं कि अगर सपने को पूरा करना है, तो उसके लिए आत्मनिर्भर होना जरूरी है. मध्यम परिवार के होने से उनके सामने भी कई चुनौतियां थीं. अगर वह शुरू से ही सिंगिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ते तो शायद आर्थिक तंगी के बीच में अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते. लेकिन पुलिस विभाग में सेवा करते हुए जो सैलरी मिलती है, उसी से आज सपना पूरा कर रहे हैं.
शब्दों को देते हैं सॉन्ग का रूप
कपिल दिनकर बताते हैं कि गाना लिखने के लिए वह अपनी दिनचर्या से ही शब्द चुनते हैं. ड्यूटी पर रहने के दौरान कोई शब्द सामने आता है, तो उसे गाने में ढालने की कोशिश करते हैं. उन्होंने बताया कि अब तक जो गाने उन्होंने लिखा है, वे ऐसे ही गाने हैं जो आम लोगों की जिंदगी से जुड़े हैं. कपिल ने बताया कि उन्होंने दिल्ली से शिक्षा हासिल की है. वहीं पर गाना भी सीखा. कॉलेज की प्रतियोगिताओं में गाते थे. इन दिनों पुलिस विभाग के कार्यक्रमों में भी परफॉर्म करते रहते हैं.
Tags: Local18, Meerut newsFIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 16:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed