मेरठ के क्‍लब-60 ने ग्रीन एनर्जी में बनाया नंबर वन कई देश कर रहे वाह-वाह

Meerut Latest News : वरिष्ठ जनों के ग्रुप क्लब-60 की पहल पर शास्त्रीनगर मेरठ के एच ब्लॉक स्थित टैगोर पार्क में वर्टिकल विंड मिल लगवाई गई है. यह विंड मिल पूरे प्रदेश में अपने किस्म की पहली इकाई है. इस पार्क में जल प्रबंधन से लेकर हाईटेक टेक्नोलॉजी तक और औषधीय वाटिका से लेकर वैदिक वाटिका तक देखने को मिल जाएगी. अब इसकी मिसाल दूसरे देशों में भी दी जा रही है.

मेरठ के क्‍लब-60 ने ग्रीन एनर्जी में बनाया नंबर वन कई देश कर रहे वाह-वाह
मेरठ. आमतौर पर प्रदेश के पार्कों की क्या दशा है ज्यादा बताने की ज़रुरत नहीं लेकिन मेरठ का एक पार्क मिसाल  बन गया है. इस पार्क का सौंदर्यीकरण करने में साठ साल के उपर आयु वर्ग वाले बुज़ुर्गों ने उदाहरण पेश किया है. क्लब सिस्टी के सदस्यों ने मिलकर पार्क का ऐसा सौंदर्यीकरण किया कि इसकी गूंज अब दूसरे देशों में भी है. इस पार्क में आपको जल प्रबंधन से लेकर हाईटेक टेक्नोलॉजी तक और औषधीय वाटिका से लेकर वैदिक वाटिका तक देखने को मिल जाएगी. हाल ही में यहां प्रदेश की पहली वर्टिकल विंड मिल लगाई गई है. वर्टिकल विंड मिल के ज़रिए यहां बिजली जेनरेट होती है. और पार्क रोशन होता है. मेरठ के डीएम दीपक मीणा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर एवं पवन ऊर्जा के वैकल्पिक संसाधनो के प्रयोग की अनूठी पहल की है. डीएम दीपक मीणा ने वरिष्ठ जनों के ग्रुप क्लब-60 के प्रस्ताव पर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के माध्यम से शास्त्रीनगर मेरठ के एच ब्लॉक स्थित टैगोर पार्क में वर्टिकल विंड मिल लगवाई है. विंड मिल पूरे प्रदेश में अपने किस्म की पहली इकाई हरित ऊर्जा संवर्धन हेतु आधुनिकतम तकनीक पर आधारित यह विंड मिल पूरे प्रदेश में अपने किस्म की पहली इकाई है जो परम्परागत पवन चक्की की तुलना में कम हवा से धूम कर बिना शोर किए हवा से घूम कर बिजली बनाती है. इससे पक्षियों के आहत होने की संभावना भी नहीं रहती. यह टू इन वन इकाई सोलर और हवा दोनों से चार्ज होती है. इसमें 30 वाट की एल ईडी लाईट लगी है, जो बिजली चली जाने पर स्वत: जल जाती है और बिजली आने पर इसकी लाइट स्वत: बन्द हो जाती है. दूसरे देशों ने की है तारीफ, भारतीय सेना भी कर रही इस्‍तेमाल इस का उपयोग घरेलू उर्जा पूर्ति हेतु किफायती है. यह प्रणाली 500 वाट से 5 किलोवाट तक उर्जा जनरेटर कर सकती है. भारतीय सेना ने इसे लेह लद्दाख, रूडकी व देहरादून में तथा एयरपोर्ट अथारिटी ने मुम्बई हवाई अड्डे पर लगाया है. इसकी निर्माता कम्पनी का कहना है कि उनके कुल उत्पादन का 90 प्रतिशत हिस्सा दूसरे देशों को निर्यात हो रहा है. मेरठ के डीएम दीपक मीणा का कहना है कि लगभग डेढ लाख रू मूल्य की यह प्रणाली बिजली संकट हल करने में उपयोगी साबित हो सकती है. Tags: Air quality management, Meerut city news, Meerut Latest News, Meerut news today, Save water, Senior Citizens, TechnologyFIRST PUBLISHED : June 16, 2024, 24:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed