यहां के युवाओं से डरती थी अंग्रेजी सरकार महात्मा गांधी ने भी मांगा था सहयोग
यहां के युवाओं से डरती थी अंग्रेजी सरकार महात्मा गांधी ने भी मांगा था सहयोग
Independence Day 2024: उत्तर प्रदेश में मेरठ कॉलेज के विद्यार्थियों का आजादी की लड़ाई में बहुत बड़ा योगदान है. यहां के विद्यार्थियों ने आजादी के आंदोलन में भाग लेते हुए क्रांतिकारियों की मदद की थी. कई बार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी यहां के छात्रों से मुलाकात कर चुके हैं.
मेरठः यूं तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ की बात करें तो विभिन्न गांव में आपको ऐतिहासिक क्रांति की गाथाएं देखने को मिलेंगी. जहां के लोगों ने देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कुछ इसी तरह का उल्लेख आपको मेरठ कॉलेज का भी देखने को मिलेगा. जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में मेरठ कॉलेज के छात्रों द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया था.
उपवास के दौरान सेहत के लिए किया गया था यज्ञ
मेरठ कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर डॉ. अनिल ने लोकल-18 से बताया कि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 21 दिन के उपवास पर बैठ गए थे. तब उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए मेरठ कॉलेज के शिक्षक एवं छात्रों द्वारा 94 घंटे तक लगातार यज्ञ किया गया था. साथ ही एक बरगद का पौधा भी लगाया गया, तो आज जो विशाल वृक्ष के रूप में कॉलेज की धरोहर बना हुआ है. यही नहीं उसके बाद विभिन्न ऐसे आंदोलन हुए, जिसमें स्टूडेंट द्वारा प्रतिभाग करते हुए अंग्रेजी हुकूमत की जड़ों को हिलाने तक के लिए कार्य किया गया था.
पॉकेट मनी से किया था सहयोग
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जब आर्थिक तौर पर मजबूत होने के लिए देश भर से क्रांतिकारियों द्वारा धन एकत्रित किया जा रहा था. तब मेरठ कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने अपने पॉकेट मनी से आर्थिक मदद की थी. इसके साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा आंदोलन में सहयोग किया गया था. साथ ही एक चांदी की प्लेट भी क्रांतिकारियों के प्रतिनिधियों को सौंपी थी.
देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहे थे युवा
विधि विभाग में कार्यरत शिक्षक डॉ. अशोक कुमार बताते हैं कि देश में गिने-चुने ही ऐसे विश्वविद्यालय, महाविद्यालय थे. जहां विधि की पढ़ाई की जाती थी. उसमें मेरठ कॉलेज भी शामिल था. उन्होंने बताया कि 1892 में यहां विधि विभाग बनकर तैयार हो गया था. जिसमें 1893 में विधि की कक्षाएं संचालित होने लगी थी. यहां से अध्ययन करने वाले स्टूडेंट से अंग्रेजी हुकूमत काफी डरती थी. डॉ. योगेश कुमार सिंह कहते हैं कि यहां के छात्र-छात्राएं हर तरह के आंदोलन में सहभागिता निभाते हुए राष्ट्र के साथ खड़े होने में सबसे आगे दिखाई देते हैं.
बता दें कि इस कॉलेज परिसर में आज भी वह बरगद का पेड़ मौजूद है. जहां पर राष्ट्रपति महात्मा गांधी के लिए यज्ञ किया गया था. जिसमें अब स्टूडेंट राष्ट्रपति महात्मा गांधी को नमन करते हुए आजादी के वीरों को याद करते हुए दिखाई देते हैं.
Tags: Independence day, Independence Day Alert, Local18, Meerut College, Meerut newsFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 12:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed