साहूकार ने दुत्कारा फिर बांके बिहारी ने पकड़ा हाथ संतोष की ऐसे बदली जिंदगी
साहूकार ने दुत्कारा फिर बांके बिहारी ने पकड़ा हाथ संतोष की ऐसे बदली जिंदगी
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के पास लड्डू गोपाल का श्रृंगार बड़ी शिद्दत के साथ संतोष नाम का यह युवक करता है. श्रृंगार करीब 12 वर्षों से लगातार लड्डू गोपाल के करते चले आ रहा है. प्रतिदिन 25 लड्डू गोपाल तैयार करता है. यह युवक. ₹200 से लेकर 400 रूपये प्रति लड्डू गोपाल का करता है श्रृंगार. काम सीखने गया था संतोष तो मालिक ने दूधकार कर भगा दिया.
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: लड्डू गोपाल के श्रृंगार का काम सीखने गए युवक को जब दुत्कार कर भगा दिया गया. तो बिहारी जी से अरदास लगायी. बिहारी जी से आशीर्वाद पाकर यह युवक लड्डू गोपाल का श्रृंगार बड़ी शिद्दत के साथ करता है. लड्डू गोपाल को हाथ में लेते ही इस युवक के हाथ अपने आप कान्हा का श्रृंगार करने में चलने लगते हैं. यह युवक बांके बिहारी का आशीर्वाद और उनकी कृपा अपने ऊपर मानता है.
भगवान श्री कृष्ण जिन पर कृपा करते हैं, वह रंक से राजा बन जाता है. ऐसे ही एक युवक की कहानी वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर से जुड़ी हुई है. यह युवक काम की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था. काम मांगने जब एक साहूकार के पास गया, तो उसने ताने देकर भगा दिया. साहूकार के ताने सुनकर वह युवक ठाकुर बांके बिहारी की शरण में पहुंचा. और उनकी चौखट पर मस्तक झुका कर उनसे प्रार्थना की. बिहारी जी ने इस युवक का ऐसा हाथ पकड़ की यह युवक बिना किसी ट्रेनिंग लिए लड्डू गोपाल का श्रृंगार बड़े ही अद्भुत और सौंदर्य तरीके से करता है. इस युवक पर हर दिन दर्जनों लोग अपने लड्डू गोपाल का श्रृंगार कराने के लिए लाते हैं. बड़ी ही लगन के साथ लड्डू गोपाल का यह युवक श्रृंगार करता है. लड्डू गोपाल का श्रृंगार करते वक्त यह पूरी तरह भक्ति में लीन हो जाता है. लड्डू गोपाल का श्रृंगार करने वाले संतुष्ट ठाकुर से जब बात कि तो उन्होंने बताया कि मैंने किसी भी व्यक्ति से श्रृंगार करना नहीं सीखा है, जो भी किया है. बांके बिहारी के आशीर्वाद से किया है.
श्रृंगार सीखने गए युवक को हाथ लगी निराशा
संतोष ने बताया कि जब लड्डू गोपाल की मूर्ति उनके हाथ में आती है, तो उन्हें अपने आप ही श्रृंगार के लिए हाथ चलने लगते हैं. यह सब लड्डू गोपाल और बांके बिहारी की कृपा है. उन्होंने यह भी बताया कि लड्डू गोपाल को जिस तरह का श्रृंगार करना है. वह खुद ही मस्तिष्क में आता है. लड्डू गोपाल का अपने आप श्रृंगार होता चला जाता है. उन्होंने कहा कि एक शृंगार करने वाले व्यक्ति से श्रृंगार सीखने की बात कही, तो उन्होंने मुझे बेइज्जत कर भगा दिया. बांके बिहारी के दर पर से यह प्रेरणा मिली और बिना किसी की ट्रेनिंग लिए भगवान का श्रृंगार करता हूं.
प्रतिदिन 25 लड्डू गोपाल का श्रृंगार करता है संतोष
संतोष ठाकुर पिछले 12 साल से लड्डू गोपाल का श्रंगार कर रहे हैं. हर दिन दर्जनों लड्डू गोपाल की मूर्ति का श्रृंगार करते हैं. जो भक्त अपने लड्डू गोपाल का श्रृंगार करने के लिए आता है, उसे उसी तरह से श्रृंगार कर लड्डू गोपाल को देते हैं. संतोष 200 से ₹400 प्रति लड्डू गोपाल शृंगार का चार्ज करते हैं. प्रतिदिन 25 लड्डू गोपाल तैयार करते हैं. यूपी, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, पंजाब, गुजरात के साथ-साथ कई राज्यों के लोग इसे अपना श्रृंगार करते हैं.
Tags: Local18, Mathura news, Sri Krishna JanmashtamiFIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 17:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed