घर की रसोई से हुई करोड़ों की कमाई पढ़िए इस महिला की दिलचस्प कहानी

Mathura News: मथुरा की एक महिला ने अपने पति के साथ समोसा बेचने का काम शुरू किया था. इसी दौरान महिला के पति की मौत हो गई. इसके बाद महिला अपने बेटों के साथ समोसे बनाने का काम जारी रखा. आज वह करोड़ों रुपए की मालकिन हैं.

घर की रसोई से हुई करोड़ों की कमाई पढ़िए इस महिला की दिलचस्प कहानी
निर्मल कुमार राजपूत/मथुरा: घर से शुरुआत हुई समोसे बनाने की, आज करोड़ों रुपए की मालकिन हैं ललिता. पति की मृत्यु के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत के बल पर एक बड़ा साम्राज्य स्थापित कर दिया. इसके साथ ही लोगों को रोजगार देकर 20 लोगों के घर का चूल्हा प्रतिदिन जला रहीं हैं. समोसे सेल होने के बाद जागा कॉन्फिडेंस मेहनत अगर ईमानदारी और शिद्दत से की जाए तो आपको कभी ना कभी सफलता मिल ही जाती है. ऐसी ही सफलता की एक कहानी ललिता गुप्ता नाम की महिला की है. इस महिला ने पति के साथ मिलकर कारोबार की शुरुआत की. पति की मृत्यु के बाद उन्होंने इस कारोबार को लगातार चालू रखा. करोड़ों रुपए की मालकिन हैं ललिता मथुरा के डैंपियर नगर में ललिता गुप्ता एक कैंटीन संचालित करती हैं. इस कैंटीन में समोसे बेचकर इन्होंने इतिहास रच दिया है. आज वह करोड़ों रुपए की मालकिन हैं. ललित गुप्ता के सफर के बारे में बताया कि उनका कानपुर में मायका है. 19 नवंबर 1984 को उनकी शादी मथुरा में हुई. उन्होंने बताया कि उनके पति खाने-पीने के बेहद शौकीन थे. घर पर रसोई में नए-नए एक्सपेरिमेंट किया करते थे. घर के सामने 5 मई 1991 को आधा किलो मैदा के समोसे बनाकर उन्होंने टेबल पर रखे, तो स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे उनके पास आना शुरू हो गए. धीरे-धीरे उनकी कैंटीन बढ़ने लगी.आज वह करोड़ों रुपए की संपत्ति की मालकिन हैं. 20 लोगों को दिया रोजगार ललित गुप्ता ने बताया कि उनके पति की मृत्यु 2011 में हो गई थी और उनके दोनों बेटों ने जॉब छोड़कर इस कारोबार में हाथ बताना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे समय बीतता गया और कैंटीन का प्रचार होता गया. आज करीब 800 प्लेट प्रतिदिन बेच देती हैं. डैंपियर नगर स्थित यूनाइटेड कैंटीन की संचालिका ललित गुप्ता ने यह भी बताया कि कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता. अगर सच्चे मन से काम किया जाए तो आगे सफलता मिलती है. उन्होंने अभी कहा कि आज बहुत सी महिलाएं उनके काम से सीख लेकर अपना बिजनेस कर रही हैं. घर से हुई थी काम की शुरुआत उन्होंने बताया कि घर के किचन में हम लोग नए-नए खाने-पीने का आइटम तैयार करते थे, तो एक दिन हस्बैंड समोसे का प्रयोग कर रहे थे. उन्होंने सारी चीज और मसाले नाप तोल कर समोसे का मसाला तैयार किया. उन्होंने समोसे बनाकर पूरे परिवार को खिलाया. साथ ही उन्होंने बेचने के लिए एक टेबल पर समोसे भी रखें. समोसे लोगों को बेहद पसंद आए. काम की शुरुआत यहीं से हुई. लगभग 32 साल से वह दुकान संचालित कर रही हैं. आयरन लेडी के नाम से हैं मशहूर बता दें कि पति की मृत्यु हो जाने के बाद भी ललित ने अपना काम शुरू रखा. आयरन लेडी के नाम से यह महिला आज जानी जाती है. ऐसी दर्जनों महिलाएं हैं, जिन्होंने उनसे सीख लेकर अपना काम शुरू किया है. ललिता गुप्ता को महिला अचीवर्स अवार्ड से भी कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया है. Tags: Local18, Mathura newsFIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 15:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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