गर्मी के तप को कम करने के लिए होती है पूजा बिना AC के भी ठंडा रहता मंदिर
गर्मी के तप को कम करने के लिए होती है पूजा बिना AC के भी ठंडा रहता मंदिर
बताया जा रहा है कि तपेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ पर जल चढ़ाने से गर्मी से राहत मिलेगी. ऐसे में अब यहां भक्त आने लगे हैं और बड़ी संख्या जल चढ़ाते हैं.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश समेत इन दिनों राजधानी लखनऊ में भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी ने पिछले 5 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रात और दिन का तापमान अपने सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है. इसी बीच लखनऊ में एक अनोखी मंदिर का मामला सामने आया है. यह मंदिर 80 से 90 साल पुरानी बताई जाती है और यह है सिद्ध पीठ है.
इस मंदिर के इतिहास के बारे में कहा जाता है कि जैसा की इसका नाम है तपेश्वर महादेव मंदिर. ठीक उसी तरह यहां पर भक्तों की प्रार्थना भी स्वीकार होती है. महादेव यहां पर तपेश्वर रूप में विराजमान हैं. यहां पर उनके ऊपर जो लोग जल चढ़ाते हैं कहते हैं उससे भोलेनाथ प्रसन्न होकर गर्मी के तपिश को कम करते हैं, इसीलिए यह मंदिर बेहद अनोखी मानी जाती है. इस मंदिर में हनुमान के अलावा सभी देवी देवता विराजमान हैं. हैरानी की बात यह है कि यह मंदिर बिना किसी एसी या कूलर के भी 24 घंटे ठंडा रहता है.
बजरंगबली की तपस्या का स्थल
मंदिर के मुख्य महंत भोला पांडेय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कहते हैं यहां पर बजरंगबली ने तपस्या की थी इसीलिए इसे बजरंगबली की तपस्या स्थल भी माना जाता है और यहां पर तपेश्वर महादेव हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि उनके ऊपर जितना ज्यादा जल चढ़ाया जाएगा उतनी गर्मी कम होगी. उन्होंने बताया कि इस मंदिर का इतिहास और यहां की प्रमुखता को बहुत कम लोग ही जानते हैं. इसीलिए इस अनोखी मंदिर में अब भक्त कम आते हैं लेकिन इस मंदिर के इतिहास को अब प्रचार प्रसार के रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है और बताया जा रहा है कि तपेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ पर जल चढ़ाने से गर्मी से राहत मिलेगी. ऐसे में अब यहां भक्त आने लगे हैं और बड़ी संख्या जल चढ़ाते हैं.
कोविड के बाद सामने आई वजह
इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि कोविड-19 से पहले तक इस मंदिर में लोग खूब जाते थे और जल चढ़ाते थे. इसीलिए लखनऊ में गर्मी कम होती थी लेकिन कोविड-19 के बार से यहां पर भक्तों का आना कम हो गया. यही वजह है कि साल 2021 के बाद से लखनऊ में गर्मी लगातार बढ़ रही है. यह मंदिर लखनऊ के बादशाह नगर चौराहे के ठीक पास है.
FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 12:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed