12 वर्ष की अवस्था से चित्रा भगवान कृष्ण की सेवा पूजा करती है
12 वर्ष की अवस्था से चित्रा भगवान कृष्ण की सेवा पूजा करती है
Govardhan Puja in Mathura: मथुरा में गोवर्धन की सेवा एक महिला 25 सालों से कर रही हैं. उनके माता बंगाल से यहां परिक्रमा करने आई थीं. इसके बाद वह 12 साल की उम्र से ही यहां रहते हुए लड्डू गोपाल की सेवा कर रही हैं.
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: यूपी के मथुरा में भगवान कृष्ण की दीवानी एक 12 वर्षीय छात्रा अपना घर छोड़कर गोवर्धन पर्वत पहुंच गई थी. अब गोवर्धन पर रहते हुए उसे 42 साल हो गए. भगवान की भक्ति में लीन छात्रा ने 25 साल तक गोवर्धन की परिक्रमा की. वह पिछले 8 साल से यमुना किनारे बैठकर लड्डू गोपाल की सेवा कर रही हैं. भगवान कृष्ण का दिन भर में सहस्त्र नाम का पाठ सुनती है. साथ ही कृष्ण की भक्ति में लीन रहने के साथ ही कान्हा की कई मूर्ति अपने पास रखकर पूजन करती है.
12 वर्ष की अवस्था से कर रही हैं सेवा
दरअसल, बंगाल की एक 12 वर्षीय छात्रा की भगवान कृष्ण से ऐसी लगन लगी कि वह सब कुछ छोड़कर कृष्ण की दीवानी हो गई. इस छात्रा की उम्र अब भले ही 60 साल के करीब हो, लेकिन अभी कृष्ण की दीवानी हुई छात्रा यमुना के किनारे बैठकर कृष्ण को दुलारती रहती हैं. वह भगवान कृष्ण को सहस्त्र नाम का पाठ सुनाती हैं. एक नहीं दो नहीं बल्कि दर्जन भर लड्डू गोपाल और उनके अलग-अलग नाम से उन्हें पुकारती हैं.
25 सालों से कर रही हैं गोवर्धन की सेवा
चित्रा ने बताया कि जब वह 12 वर्ष की थीं, तो अपने माता के साथ गोवर्धन की परिक्रमा करने आई थीं. गोवर्धन से जाने के बाद वह पश्चिम बंगाल पहुंच गई और उसके बाद वह भगवान कृष्ण के रंग में रंग गई. वह 12 साल की उम्र में घर छोड़कर यहां गोवर्धन पहुंची और लगातार 25 सालों तक उन्होंने गोवर्धन गिरिराज जी पर्वत की परिक्रमा की.
बता दें कि कृष्ण की दीवानी हुई चित्रा गोवर्धन से वृंदावन की ओर रुख कर चुकी हैं. अब वह यमुना नदी के किनारे बैठकर लाल की सेवा पूजा करना और उन्हें सहस्त्र नाम का पाठ सुनना उनकी दिनचर्या में शामिल है. उन्होंने बताया की अब उनकी उम्र लगभग 54 साल से अधिक हो गई है. वृंदावन के यमुना किनारे बैठकर एक टेंट में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करती हैं. जहां गर्मी, सर्दी, बारिश में भी उनकी सेवा करती रहती हैं.
कृष्ण को सुनाती हैं सहस्त्रनाम का पाठ
बता दें कि चित्रा यहां करीब एक दर्जन से अधिक लड्डू गोपाल अपने पास रखी हुई हैं. उन्होंने हर प्रतिमा के नाम अलग-अलग रखी हुई हैं. हर लड्डू गोपाल को अलग-अलग नाम से वह पुकारती हैं. उनका कहना है कि पूर्व जन्म में भी वह कृष्ण की भक्ति किया करती थीं. कृष्ण से उनका पिछले जन्म का ही नाता है. वह सुबह 3:00 बजे जागकर कृष्ण भक्ति में लीन हो जाती हैं. सुबह से लेकर शाम तक वह 8 बार लड्डू गोपाल को कृष्ण सहस्त्रनाम का पाठ सुनती हैं.
Tags: Local18, Mathura hindi news, Mathura newsFIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 15:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed