करोड़ों की संपत्ति को छोड़ बन गए संत आज कृष्ण भक्ति में हैं लीन

कहते हैं जिस पर श्रीकृष्ण की कृपा हो जाती है, उसपर सभी देवी देवता कृपा कर देते हैं. कृष्ण की कृपा होने के बाद मनुष्य को न ही किसी संपत्ति की इच्छा होती है और न ही किसी वैभव की.

करोड़ों की संपत्ति को छोड़ बन गए  संत आज कृष्ण भक्ति में हैं लीन
निर्मल कुमार राजपूत/मथुरा: यूपी के मथुरा के एक गांव का 17 वर्षीय एक बच्चा भगवान की भक्ति में लीन हो जाता है. ये बच्चा घर छोड़कर संत जीवन में प्रवेश कर लेता है. करोड़ों रूपये की संपत्ति का मालिक होने के बाद भी कृष्ण से लगन लग जाती है. आज वह भगवान राधा कृष्ण की सेवा में लीन होकर अपना जीवन गुजार रहा है. मोहमाया से दूर कृष्ण भक्ति में सराबोर है. कहते हैं जिस पर श्रीकृष्ण की कृपा हो जाती है, उसपर सभी देवी देवता कृपा कर देते हैं. कृष्ण की कृपा होने के बाद मनुष्य को न ही किसी संपत्ति की इच्छा होती है और न ही किसी वैभव की. जिसने भी श्रीकृष्ण नाम का एक बार पान कर लिया, वो मनुष्य हमेशा के लिए भगवान का हो जाता है. ऐसी ही एक कहानी है मथुरा के गांव महोली निवासी देवी सिंह की. करोड़ों की संपत्ति के मालिक होने के बाबजूद उन्होंने संत जीवन चुना. आज संत जीवन में रहकर भगवान श्रीकृष्ण राधा की भक्ति में सराबोर होकर भजन कर रहे हैं. संत देवीदास महाराज से ज़ब बात की, तो उन्होंने अपने संत जीवन में आने की वजह को बताया. उन्होंने कहा कि संत जीवन में आने की कई वजह हैं. पहली वजह तो परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद होते थे. पिता जी गांव के बड़े किसान थे, तो इनकम भी ठीक थी. घर, जमीन, प्लॉट और अन्य चीजों को लेकर अक्सर झगडे होते थे. देवीदास महाराज ने कहा कि घर में झगड़ों कि वजह से संत जीवन की ओर निकल गया और भगवान की कृपा और आदेश से उनकी सेवा में लगा हूं. 2 फ़ीट लंबी हैं देवीदास महाराज की जटाएं संत देवीदास से उनकी जटाओं के बारे में ज़ब सवाल किया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि सब श्रीकृष्ण की कृपा है. उन्होंने बताया की इन जटाओं को लम्बा करने में कई साल लग गए. मधुवन बिहारी के कुंड में प्रतिदिन स्नान करने से इन जटाओं को बनाया है. करीब 2 फ़ीट की हैं. तेल, शेम्पू, दूध या अन्य कोई भी चीज नहीं लगाते. सिर्फ पानी से धोते हैं. Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 15:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed