बड़ा चमत्कारी है शिव का यह मंदिर रात को अचानक खुल गए कपाटबजने लगी घंटियां
बड़ा चमत्कारी है शिव का यह मंदिर रात को अचानक खुल गए कपाटबजने लगी घंटियां
मंदिर के पुजारी शिवनाथ पांडे बताते हैं कि श्रावण मास में 60 वर्ष पूर्व रोजाना की तरह 10:30 मंदिर के कपाट बंद हो गए थे, रात्रि 3:00 मंदिर के कपाट खुद खुल गए और घंटियां बजने लगी, शिवलिंग के पास जाकर देखा तो भगवान शंकर का श्रृंगार हुआ मिला और उनकी आरती हो चुकी थी.
अंकुर सैनी/सहारनपुर: सहारनपुर का श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर अपने आप में अद्भुत चमत्कारी मंदिर है. सहारनपुर महानगर के सिद्धपीठ श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. मराठाकाल में भूमि से स्वयंभू शिवलिंग निकलने के बाद इस मंदिर की स्थापना हुई थी. धोबी घाट के निकट 22 बीघा जमीन पर बने प्राचीन सिद्धपीठ श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास अनूठा है. यह मंदिर पौराणिक और धार्मिक महत्व अपने अंदर समेटे हुए हैं.
आज से 60 साल पहले रात्रि 3:00 बजे शिवालय की स्वयं घंटियां बजने लगी थी और भोले बाबा की आरती होने के साथ शिवलिंग पर फूल चढ़े मिले थे. शिवालय की स्थापना 17वीं शताब्दी में भूमि से शिवलिंग प्रकट होने पर हुई थी. मान्यता है कि 40 दिन अगर कोई व्यक्ति श्रद्धाभाव से शिवलिंग पर जल चढ़ता है, तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
लोगों ने बताए मंदिर के चमत्कार
मंदिर के पुजारी शिवनाथ पांडे बताते हैं कि श्रावण मास में 60 वर्ष पूर्व रोजाना की तरह 10:30 मंदिर के कपाट बंद हो गए थे, रात्रि 3:00 मंदिर के कपाट खुद खुल गए और घंटियां बजने लगी, शिवलिंग के पास जाकर देखा तो भगवान शंकर का श्रृंगार हुआ मिला और उनकी आरती हो चुकी थी. माना जाता है कि भगवान शंकर की देवताओं ने पूजा की थी. वहीं मंदिर में कई लोगों को 20 फीट लंबे सफेद दाड़ी वाले बाबा भी दिखाई दिए और हनुमान जी भी मंदिर का भ्रमण करते हुए दिखाई दिए.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 11:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed