क्या है डिजिटल अटेंडेंस जिसे लेकर यूपी में बरपा है हंगामा क्यों हो रहा विरोध

Online Attendance In UP Schools: यूपी के सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन हाजरी की व्यवस्था का पहले दिन ही जमकर विरोध हुआ. साढ़े 6 लाख शिक्षकों और कर्मचारियों में से महज 16 हजार ने ही डिजिटल ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करवाई.

क्या है डिजिटल अटेंडेंस जिसे लेकर यूपी में बरपा है हंगामा क्यों हो रहा विरोध
हाइलाइट्स यूपी के सरकारी स्कूलों में 8 जुलाई सोमवार से डिजिटल अटेंडेंस की शुरुआत हो गई हालांकि शिक्षकों ने इसे कला कानून बताते हुए विरोध पर उतर आए लखनऊ. यूपी के बेसिक, कंपोज़िट और कस्तूरबा स्कूलों में 8 जुलाई सोमवार से डिजिटल अटेंडेंस की शुरुआत हो गई, हालांकि शिक्षकों ने इसे कला कानून बताते हुए विरोध पर उतर आए. पहले दिन महज 2.60 फीसदी लोगों ने ही ऑनलाइन अटेंडेंस से हाजिरी लगाई. शिक्षक संगठनों का कहना है कि जब तक ऑनलाइन हाजिरी से राहत नहीं मिलती तब तक विरोध जारी रहेगा. आखिर क्यों हो रहा है विरोध? दरअसल, सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लेटलतीफी और गैरमौजूदगी पर लगाम लगाने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है. दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से सभी स्कूलों में दो-दो टेबलेट उपलब्ध करवाए हैं, जिसके माध्यम से टीचर स्कूल खुलने के 15 मिनट पहले और बंद होने के 15 मिनट के प्रेरणा ऐप से डिजिटल हाजिरी लगानी है. शिक्षक इसी का विरोध कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि पहले उनकी जो मांगें हैं उन्हें पूरी की जाए. शिक्षकों ने सोमवार को स्कूलों में पढ़ाया तो लेकिन काली पट्टी बांधकर. क्या है डिजिटल अटेंडेंस  दरअसल, ऑनलाइन हाजरी के लिए अगर स्कूल सुबह 8 बजे से खुल रहा है तो टीचर्स को 7.30 से 7.45 बजे के बीच अपनी फोटो टेबलेट से लेकर प्रेरणा ऐप पर अपलोड करनी होगी. लेकिन खास बात ये है कि ऐप इसी समय अंतराल पर एक्टिव रहेगा और वह भी स्कूल परिसर में होने पर ही अटेंडेंस के लिए इनेबल रहेगा. छुट्टी के समय भी यही व्यवस्था रहेगी. प्रेरणा एप 2.30 बजे से 2.45 के बीच ही खुलेगा. हालांकि शिक्षकों के विरोध के बाद आधे घंटे का ग्रेस टाइम दिया गया है. यानी अब साढ़े 8 बजे तक अटेंडेंस लगाई जा सकती है. शिक्षकों का विरोध क्यों? हालांकि, शिक्षकों का विरोध कई बिंदुओं पर है. उनका कहना है कि जिस समय यह व्यवस्था लागू की गई है वह गलत है. बारिश का मौसम है. कहीं बाढ़ में स्कूल डूबे हैं तो कहीं रास्ते. ऐसे में समय पर कैसे पहुंचेंगे. इसलिए शिक्षकों की मांग है कि हाफ सीएल की व्यवस्था हो और ऐप 24 घंटा खुला रहे. चार दिन देरी पर एक कैज़ुअल लव काट ली जाए. शिक्षकों की यह भी मांग है कि आपात स्थिति में हाजिरी में ढील दी जाए. शिक्षकों का कहना है कि छुट्टी के वक्त की तय समय सीमा गलत है. अगर कोई इमरजेंसी आ गई तो शिक्षक कैसे जाएगा. इतना ही नहीं ऐप लोकेशन भी कई जगह गलत बता रहा है. एक दो मिनट की देरी में हाजिरी नहीं लगेगी. Tags: Lucknow news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 09:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed