42 लाख की लूट में दरोगा गया जेल तो कहीं पूरा थाना लाइन हाजिर हो क्या रहा है
42 लाख की लूट में दरोगा गया जेल तो कहीं पूरा थाना लाइन हाजिर हो क्या रहा है
UP Police News: पिछले 24 घंटे में यूपी पुलिस के कई कारनामे सामने हैं, जिनसे खाकी की छवि ख़राब हुई है. वाराणसी में एक दरोगा 42 लाख की लूट में गिरफ्तार हुआ तो सीतापुर में गांजा तस्करी के आरोप में एक थाने को ही पुलिस अधीक्षक ने लाइन हाजिर कर दिया. आगरा में तो पुलिस एक कदम और आगे निकल गई. अप्रैल में हुई लूट का मुकदमा 100 दिन बाद लिखा.
हाइलाइट्स यूपी की मित्र पुलिस इन दिनों अपने कारनामों को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रही है वाराणसी में एक दरोगा लूट के मामले जेल गया तो सीतापुर में एक थाना ही लाइन हाजिर कर दिया
लखनऊ. यूपी की मित्र पुलिस इन दिनों अपने कारनामों को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रही है. कहीं कस्टोडियल डेथ पर मानवाधिकार आयोग रिपोर्ट तलब कर रहा है तो कहीं दरोगा साहब लूट के मामले जेल जा रहे हैं. हद तो तब हो गई जब सीतापुर पुलिस अधीक्षक ने गांजा तस्करी के आरोप में पूरे थाने को ही लाइन हाजिर कर दिया. आगरा में तो पुलिस इससे भी आगे निकल गई. अप्रैल में हुई लूट का मुकदमा 100 दिन बाद लिखा गया.
दरअसल, पिछले दिनों वाराणसी में एक लूट हुई थी. यह लूट शातिर तरीके अंजाम दी गई थी. ज्वैलर 93 लाख रुपए कलकत्ता भेज रहा था जिसकी जानकारी होने पर सब इंस्पेक्टर ने हवाले की रकम बताकर 42 लाख लूट लिए थे. मामले का जब खुलासा हुआ तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने दरोगा सूर्यप्रकाश पांडेय समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पूरा मामला थाना रामनगर के हाइवे का है, जहां वाराणसी के नादेसर चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज सूर्यप्रकाश पांडेय ने अपने अन्य साथियों के साथ ज्वेलरी व्यापारी के 42 रुपये लूट लिए. पीड़ित व्यापारी ने थाना रामनगर में शिकायत दर्ज कराई. मामला बड़ा था तो पुलिस ने जांच करनी शुरू की. जांच और सीसीटीवी फुटेज से जब पहली तस्वीर सामने आई तो परत दर परत पूरा मामला खुलता चला गया. चौकी इंचार्ज सूर्यप्रकाश पांडेय से तीन दिन तक कड़ी पूछताछ चली. तीन दिन के बाद जब मामला खुला तो सच सामने आया है और लूट की पूरी कहानी खुल गई.
गांजा तस्करी के आरोप में थाना ही लाइन हाजिर
सीतापुर एसपी चक्रेश मिश्रा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूरे कमलापुर थाने को लाइन हाजिर कर दिया. एसपी ने कमलापुर थाने के SHO भानु प्रताप सिंह समेत 26 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया. एसपी की इस कार्रवाई के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मामला गांजा तस्करी से जुड़ा होना बताया जा रहा है. सीतापुर में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. कार्रवाई को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं. एसपी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
आगरा में लूट के मामले में 100 दिन बाद लिखी FIR, दरोगा सस्पेंड
आगरा पुलिस लगातार अपने अनोखे काम को लेकर चर्चा में हैं. एक तरफ पुलिस कमिश्नर शहर को क्राइम मुक्त करने के लिए लगातार इंस्पेक्टर और एसीपी के साथ बैठक कर रहे है, तो दूसरी तरह वही इंस्पेक्टर और दरोगा पीड़ित की सुनवाई नहीं कर रहे. पुलिस कमिश्नर ने घर-घर तक एफआईआर की कॉपी पहुंचाने का आदेश दिया, लेकिन थानों में एफआईआर ही दर्ज नहीं हो रही. अब एक पीड़ित ने पुलिस के द्वारा मुकदमा नहीं लिखने के आरोप लगाया है. पीड़ित का आरोप है कि वह पिछले तीन महीने से थाने और चौकी के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी एफआईआर दर्ज नहीं हुई. जब वह पुलिस आयुक्त के पास पहुंचा तो उनके आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई. हालांकि, जैसे ही यह जानकारी पुलिस आयुक्त को हुई तो उन्होंने सबसे पहले तत्कालीन चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने का आदेश डीसीपी सिटी को दे दिया. फिर पीड़ित की एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए. पुलिस आयुक्त के आदेश पर अब एफआईआर दर्ज हुई है.
Tags: Lucknow news, UP policeFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 14:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed