इधर यूपी बीजेपी में मची है कलह उधर अखिलेश-राहुल ने मिलकर चल भी दी है पहली चाल
इधर यूपी बीजेपी में मची है कलह उधर अखिलेश-राहुल ने मिलकर चल भी दी है पहली चाल
UP Politics : अखिलेश और राहुल गांधी ने रणनीति के तहत गठबंधन के सभी बड़े नेताओं को प्रचार में उतारने का मन बनाया है, ताकि दस सीटों पर उन्हें जीत हासिल हो सके.
यूपी भाजपा में मची कलह के बीच इंडिया गठबंधन ने 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. सूत्रों का दावा है कि UP में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और सपा में प्रारंभिक बातचीत शुरू हो गई है. पहली बात सीटों के बंटवारे को लेकर हो रही है, जिसमें माना जा रहा है कि कांग्रेस सपा से ज्यादा सीटें मांग रही है. वहीं, अखिलेश और राहुल गांधी ने रणनीति के तहत गठबंधन के सभी बड़े नेताओं को प्रचार में उतारने का मन बनाया है, ताकि दस सीटों पर उन्हें जीत हासिल हो सके.
आइये जानते हैं कि अखिलेश और राहुल गांधी क्या रणनीति बना रहे हैं…
पहला : लोकसभा चुनाव में सफलता के बाद इंडिया गठबंधन का लिटमस टेस्ट : कांग्रेस ने अभी से सपा पर ज्यादा सीटें देने का दवाब बनाया है. सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस सपा से चार सीटें चाहती है, लेकिन सपा सिर्फ 2 सीटें देने को तैयार है. सूत्रों के मुताबिक, फूलपुर मझवां, मीरापुर और कुंदरकी सीट के लिए कांग्रेस ने दावा ठोंका है, लेकिन सपा ज्यादा से ज्यादा 2 या 3 सीटें देने को तैयार है.
दूसरा : लोकसभा में बड़े झटके के बाद अब उपचुनाव में योगी सरकार का सब कुछ दारोमदार टिका है. अगर उन्हें सफलता मिली तो तमाम अटकलों पर लगेगी रोक, लेकिन असफलता पर और विरोध के सुर उठेंगे.
तीसरा : इंडिया गठबंधन में खास तौर पर सपा के लिए आसान राह: इन सीटों पर रहेंगी सभी की नजर..
-मैनपुरी के करहल सीट पर होगा उपचुनाव, यहां अखिलेश यादव बेहद मजबूत हैं.
-मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से जियाउर्रहमान बर्क विधायक थे, अब वह सांसद हैं, लेकिन यह मुस्लिम बहुल सीट सपा के कब्जे से छीनना आसान नहीं दिखता.
-कानपुर की सिसामऊ सीट कई दशकों से सपा के पास, मुस्लिम बाहुल्य सीट सपा का अभेद दुर्ग है.
चौथा : अंबेडकर नगर से सपा के राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा सांसद बने हैं. यहां की कटेहरी सीट पर 5 बार वो विधायक रहे. ऐसे में ये सपा की मजबूत सीट है.
-इसी तरह चर्चा का विषय बनी फैजाबाद लोकसभा सीट के तहत आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर सभी की नजरें होंगी. यहां से अवधेश प्रसाद के बेटे को सपा टिकट देने जा रही है. भाजपा ये जीतकर एक बार हिंदुत्व का संदेश देने की कोशिश करेगी.
पांचवां : एनडीए के लिए अपनी प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर और गाजियाबाद और मझवां सीट पर लड़ाई थोड़ी आसान होगी, लेकिन मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट इतनी आसान नहीं होगी.
सूत्रों का दावा है कि सपा और कांग्रेस में प्रारंभिक बातचीत शुरू हो गई है. दोनों दल उपचुनाव को लेकर बेहद गंभीर हैं. इंडिया गठबंधन इन उप चुनावों में अपने बड़े नेताओं को प्रचार में उतारेगा.
Tags: Akhilesh yadav, Rahul gandhi, UP news, UP politicsFIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 17:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed