बारिश के मौसम में दवा से कम नहीं है ये 5 पत्तियांचारे में करें प्रयोग

रायबरेली के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ इंद्रजीत वर्मा बताते हैं इन दिनों हर तरफ तेज बारिश का कहर जारी है. आमतौर पर बकरियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. बरसात के दिनों में बहुत से रोग बकरियों को चपेट में ले लेते हैं. जिससे कई बार बकरियों की मौत भी हो जाती है. ऐसे में बकरियों के आहार को लेकर खास ख्याल रखने की जरूरत है.

बारिश के मौसम में दवा से कम नहीं है ये 5 पत्तियांचारे में करें प्रयोग
रजनीश यादव /प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 से पहले शहर को स्मार्ट बनाने के लिए यहां की गलियों को ध्वनि प्रदूषण से मुक्त करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. महाकुंभ 2025 में प्रयागराज में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इसी के चलते पूरे शहर के अंदर लगभग सभी प्रमुख ओवर ब्रिज पर साउंड बैरियर लगाने का काम किया जाएगा. शहर के ये ओवर ब्रिज होंगे साउंड प्रूफ ध्वनि प्रदूषण से बचाव के लिए महाकुंभ 2025 परियोजना के तहत जिले में बन रहे रेलवे पुलों पर साउंड बैरियर लगाए जाएंगे. इसके लिए करीब 8.50 करोड़ की लागत से साथ रेलवे पुलों के साथ अलोपी बाग फ्लाईओवर में साउंड बैरियर लगाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए सेतु निगम से निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. वहीं, 7 जुलाई को नोएडा में शामिल संस्थाओं का आकलन भी किया जा चुका है. जानें क्या होता है साउंड बैरियर प्रदेश का पहला साउंड बैरियर प्रयागराज में लगाया गया है, जो की दारागंज फ्लाईओवर पर स्थित है. इस फ्लाईओवर पर साउंड बैरियर लगाए जाने की सफलता को देखते हुए सेतु निगम की ओर से पूरे प्रयागराज को ध्वनि प्रदूषण  से मुक्त करने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. साउंड बैरियर लगने से पुल पर दौड़ने वाले वाहनों की आवाज बाहर नहीं जा सकती है, जिससे की आसपास के रिहायशी इलाकों में रोज रात को लोग सुकून की नींद सो सकते हैं. जानें साउंड बैरियर के मानक ध्वनि प्रदूषण को लेकर लोगों को जागरूक करना है, इसके लिए सबसे पहले लोगों को जानना होगा कि ध्वनि प्रदूषण के मानक क्या होते हैं.  यहां के रिहायसी इलाकों में दिन में 55 डेसीबल रात में 45 डेसीबल का शोर होना चाहिए तो वहीं, व्यावसायिक इलाकों में दिन का शोर 65 डेसीबल और रात का शोर 55 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिए. इससे अधिक शोर को ध्वनि प्रदूषण में शामिल किया जाता है. परियोजना के अधिकारी बोले सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक मनोज अग्रवाल बताते हैं कि धन प्रदूषण को कम करने के लिए सभी रेलवे पुल और फ्लाईओवर पर साउंड बैरियर लगाने की तैयारी हो रही है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर 7 जुलाई को इसका अवलोकन भी कर लिया गया है. जहां महाकुंभ 2025 से पहले प्रयागराज के ओवर ब्रिज एवं रेलवे ब्रिज को ध्वनि प्रदूषण मुक्त कर लिया जाएगा. Tags: Allahabad news, Local18, Prayagraj Latest News, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 14:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed