85 बीघा खेतसालाना 15 लाख कमाई ये किसान मकसूस आम की कर रहा बागवानी

बागपत का एक किसान परिवार आम की फसल उगा कर सालाना करीब 15 लाख रुपए का मुनाफा कमाता है. मकसूस आम की नस्ल के पौधे लखनऊ से लाकर आम का बाग तैयार किया गया. आज इस आम की सप्लाई देश के प्रत्येक कोने तक की जाती है. इससे किसान परिवार को सालाना लाखों रुपए का मुनाफा होता है. इस आम का स्वाद लेने लोग दूर-दूर से बाग में पहुंचते हैं.

85 बीघा खेतसालाना 15 लाख कमाई ये किसान मकसूस आम की कर रहा बागवानी
विशाल भटनागर/मेरठ: मानसून के समय सभी लोग पौधारोपण करते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन उसके बाद उन पौधों की देखभाल बहुत ही कम लोग करते हैं, लेकिन मेरठ में मात्र 11 साल की ईहा दीक्षित पर्यावरण के प्रति सचेत हैं. वह पिछले 6 साल से लगातार पौधारोपण अभियान में प्रतिभाग कर रही हैं. खास बात यह है कि यह सिर्फ पौधारोपण तक सीमित नहीं रहती, बल्कि पौधों के सिंचाई से लेकर उसकी खाद सामग्री तक काफी ध्यान रखती हैं. जिनकी बदौलत आज वह पौधे वृक्ष बनकर पर्यावरण को बेहतर बनाने में अपना सहयोग कर रहे हैं. हजारों की संख्या में रोप चुकी हैं पौधे ईहा दीक्षित ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया की वह अब तक 20 हजार से अधिक पौधों को रोप चुकी हैं. जिसमें अधिकतर पौधे पेड़ का आकार लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें आवास विकास द्वारा भी जागृति विहार एक्सटेंशन में लगभग 4 बीघा जमीन उपलब्ध कराई गई थी, जिसमें वह पौधारोपण कर सकें. उन्होंने बताया कि वहां पर विभिन्न प्रकार के वह पौधे लगा चुकी हैं, जो अब पेड़ का आकार लेने लगे हैं. पेड़ को देखकर उन्हें काफी सुकून मिलता है. वह कहती हैं कि हम सभी को इसी तरीके से पौधारोपण अभियान में प्रतिभाग करना चाहिए. इसके लिए अपने स्कूल की फ्रेंड के साथ क्लब भी बनाया हुआ है. जिसमें वह हर रविवार को पौधारोपण करती हैं. रविवार को पौधारोपण कर देती हैं पानी छात्रा ने बताया कि पौधारोपण करने के बाद वह प्रत्येक रविवार को उस स्थान पर जाकर पानी के टैंक के माध्यम से वहां पौधों को पानी देती हैं. वहीं, खाद सामग्री सहित अन्य प्रकार की बातों का भी विशेष ध्यान रखती हैं. इस कार्य में उनका परिवार काफी सहयोग करता है. राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से हो चुकी हैं सम्मानित ईहा दीक्षित की उपलब्धि और लगन का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं. पर्यावरण के प्रति सचेत रहने के लिए उन्हें छोटी उम्र में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. जो तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा उन्हें दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार मेरठ की इस बेटी की प्रशंसा कर चुके हैं. यही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर के भी काफी अवार्ड की ईहा दीक्षित को मिल चुके हैं. वहीं, ईहा दीक्षित का कहना है कि पर्यावरण के प्रति हम सभी को सचेत होना होगा. तभी हम पर्यावरण का सही मायने में संरक्षण कर सकते हैं. वह मात्र 4:30 साल की उम्र से ही पौधारोपण करती आ रही हैं. Tags: Local18, Meerut city news, Meerut Latest News, Meerut news, Meerut news todayFIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 10:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed