धान के खेत में लगा है तना छेदक तो नीम के तेल का करें छिड़काव चिड़ियों का

धान की फसल लगभग अब अंतिम स्टेज में है. इस समय धान की खेती में तना छेदक (स्टेम बोरर) कीट का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिसको लेकर किसानों की धान की फसल बर्बाद हो रही है. तना छेदक कीट की सुंडियां ही धान की फसल को अधिक नुक़सान पहुंचाती हैं. इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए. आइए जानते हैं. (रिपोर्टः अतीश त्रिवेदी)

धान के खेत में लगा है तना छेदक तो नीम के तेल का करें छिड़काव चिड़ियों का
रजनीश कुमार यादव/ प्रयागराज: भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के बाद से स्टार्टअप्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है, और इस दिशा में प्रयागराज भी आगे है. मोतीलाल नेहरू औद्योगिक शिक्षण संस्थान (एमएनआईटी) में मटेरियल साइंस से शोध कर रहे मोहित पांडे ने तीन महीने पहले एक अनूठा स्टार्टअप शुरू किया है. उनका स्टार्टअप 3D प्रिंटिंग के माध्यम से ऑब्जेक्ट्स और डिजाइनों को तैयार करने पर केंद्रित है. 2022 से मटेरियल साइंस में शोध कर रहे मोहित पांडे 3D प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर कंप्यूटर एप्लिकेशन के जरिए खिलौने, धार्मिक मूर्तियाँ, फ्लावर पॉट्स, ड्रैगन और डायनासोर जैसी चीजें बना रहे हैं. पहले इन वस्तुओं को तैयार करने के लिए कुशल शिल्पकार और कठोर मेहनत की जरूरत होती थी, लेकिन 3D प्रिंटिंग तकनीक से इसे काफी आसान बना दिया गया है. मोहित बताते हैं कि जटिल डिजाइनों को सॉफ्टवेयर की मदद से आसानी से बनाया जा सकता है. श्रम और खर्च में होती है बचत मोहित पांडे ने लोकल 18 को बताया कि 3D प्रिंटेड सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑब्जेक्ट की डिजाइन तैयार की जाती है, जिसे प्रिंटिंग मशीन के जरिए पॉलीमर का उपयोग कर आसानी से बनाया जा सकता है. यह तकनीक न केवल श्रम और समय की बचत करती है, बल्कि वेस्ट मैनेजमेंट में भी मदद करती है, जिससे अतिरिक्त पदार्थों का नुकसान रोका जा सकता है. स्टार्टअप का उद्देश्य मोहित का यह स्टार्टअप दिखने में भले ही छोटा लगे, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा उद्देश्य है. वे कहते हैं कि भारत में चीनी खिलौनों और अन्य वस्तुओं की भरमार है, और इस तकनीक से हम चीनी उत्पादों का प्रतिस्थापन कर सकते हैं. उनके द्वारा तैयार की गई वस्तुएं बाजार में कम कीमत पर उपलब्ध हैं. उदाहरण के लिए, “योगीराज” की मूर्ति मात्र 150 रुपये में बेची जा रही है, जिसकी शहर में भारी मांग है. उनके उत्पादों की प्री-बुकिंग भी चल रही है. स्टार्टअप शुरू करने की लागत मोहित पांडे ने बताया कि यह स्टार्टअप कोई भी व्यक्ति शुरू कर सकता है, जिसके पास कंप्यूटर की सामान्य जानकारी हो. इस स्टार्टअप को शुरू करने के लिए केवल ₹50,000 की जरूरत होगी, जिसमें 3D प्रिंटर, फिलामेंट और अन्य उपकरण शामिल होंगे. स्टार्टअप करने वाले को मार्केटिंग में भी मदद की जाएगी. Tags: Hindi news, Local18, Prayagraj NewsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 11:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed