हमले में मरने का नाटक फिर सटीक निशाने से जवाबी वार संधू की वीरता की कहानी
सेकंड लेफ्टिनेंट राजीव संधू ने 19 जुलाई 1988 को श्रीलंका में ऑपरेशन पवन के दौरान अद्वितीय साहस दिखाया. एलटीटीई के भीषण हमले में गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उन्होंने मरने का नाटक किया और जमीन पर रेंगते हुए अपनी 9mm कार्बाइन से उग्रवादियों पर सटीक निशाना साधा. उनके इस अचानक और प्रभावी हमले से दुश्मन हक्का-बक्का हो गया और उन्होंने महत्वपूर्ण हथियारों को सुरक्षित रखा. 12 नवंबर 1966 यानी आज ही के दिन उनका जन्म हुआ था. केवल 21 वर्ष की आयु में उन्होंने अपनी शहादत दी और उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया.