मां बनने का सपना होगा साकार! बस PCOS/PCOD में फॉलो करें ये डाइट टिप्स

PCOS And PCOD Diet Tips: पीसीओएस और पीसीओडी से पीड़ित कई महिलाओं को प्रोटीन और फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. ऐसा करने से उनके मासिक पीरियड में सुधार होगा. साथ मोटापे से भी निजात मिल सकती है. आइए जानते हैं कि पीसीओएस और पीसीओडी में महिलाओं की सही डाइट क्या है?

मां बनने का सपना होगा साकार! बस PCOS/PCOD में फॉलो करें ये डाइट टिप्स
PCOS And PCOD Diet Tips: पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) और पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर) महिलाओं में होने वाली एक समस्या है. अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते इसके मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. PCOS-PCOD ये दोनों ही एक हॉर्मोन से संबंधित प्रॉब्लम हैं, जिससे गर्भ धारण करने में भी समस्या आती है. इस स्थिति में महिलाओं की बॉडी में नॉर्मल से भी अधिक हार्मोंस का निर्माण होने लगता है. इस इंबैलेंस हॉर्मोनल के कारण पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं. एक्सपर्ट की मानें तो पीसीओएस और पीसीओडी की समस्या कम उम्र की महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है. यदि इसका इलाज न कराया जाए तो महिलाओं की रिप्रोडक्टिव ऑर्गन प्रभावित होते हैं. साथ ही वजन तेजी से बढ़ सकता है. फैमिली डाइट क्लीनिक लखनऊ की डाइटिशियन श्रद्धा श्रीवास्तव jharkhabar.com को बताती हैं कि, पीसीओएस और पीसीओडी से पीड़ित कई महिलाएं बिना एक्सपर्ट की सलाह से कुछ भी खा लेती हैं, यह गलत है. ऐसा करने से उनकी परेशानी और बढ़ सकती है. ऐसे में जिन महिलाओं को पीसीओएस की समस्या है, उन्हें अपनी डाइट में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. ऐसा करने से उनके मासिक पीरियड में सुधार होगा. साथ मोटापे से भी निजात मिल सकती है. अब सवाल है कि आखिर पीसीओएस और पीसीओडी में महिलाओं की सही डाइट क्या है? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस बारे में- PCOS/PCOD के लक्षण: एक्सपर्ट की मानें तो, यदि आपकी बॉडी पर ज्यादा हेयर ग्रोथ, फर्टिलिटी कम होना, समय पर पीरियड्स न होना या फिर ज्यादा होना, पीरियड्स के दौरान दर्द, चेहरे खासकर ठोड़ी के आसपास पर ज्यादा पिंपल्स होना और लोअर बैली पर ज्यादा फैट. ये सभी लक्षण हैं तो आपको PCOS/PCOD के हो सकते हैं. इस स्थिति में हेल्दी डाइट के साथ इलाज बेहद जरूरी है. पीसीओएस और पीसीओडी में कैसी हो महिलाओं की डाइट फाइबर रिच फूड: डाइटिशियन श्रद्धा श्रीवास्तव के मुताबिक, जिन महिलाओं में पीसीओएस और पीसीओडी की समस्या है उन्हें अपनी डाइट में फाइबर रिच फूड जरूर शामिल करना चाहिए. इसके लिए लंच और डिनर के दौरान कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट फूड लें. इनमें फाइबर अच्छी मात्रा में होता है. इस स्थिति में साबुन अनाज या बिना रिफाइंड किया बाजरा आदि ले सकती हैं. इस तरह की डाइट हार्मोन्स को बैलेंस करने वज़न घटाने में मदद कर सकती है. लंच से पहले ड्रिंक: पीसीओएस और पीसीओडी में डाइट की भूमिका अहम होती है. ऐसे में कब क्या खाना है इसका ध्यान रखें. आपको बता दें कि, खाने से पहले शरीर को हाइड्रेट करें. इसके लिए आप लंच करें या डिनर, हैवी मील से पहले बिना चीनी का नींबू पानी, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, बटर मिल्क, सूप, रसम या फिर सिर्फ पानी पीएं. ऐसा करने से ज्यादा खाने से बचाव हो सकता है. हरी-लाल पत्तेदार सब्जियां: आयरन और कैल्शियम की भरपाई के लिए हरी-लाल पत्तेदार सब्जियां खाएं. इनके सेवन से आपके शरीर को लगभग सभी फाइटोन्यूट्रिएंट्स मिल जाएंगे और इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार होगा. वहीं, जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है, उनमें इंसुलिन प्रतिरोध शुरू हो जाता है. इसलिए पहले विटामिन डी की कमी पूरी करने के लिए अपने डॉक्टर के बताए सप्लीमेंट लें. दाल खाएं: पीसीओएस और पीसीओडी की स्थिति में प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन जरूरी है. बता दें कि, आपकी 1200 से 1400 कैलोरीज़ का लगभग 15 प्रतिशत सिर्फ अच्छा प्रोटीन होना चाहिए. इसके लिए आप दिन में जितनी भी संभव हो दाल का सेवन जरूर करें. बेशक आप चाहें तो इससे चीला बनाकर या फिर सांबर. ये भी पढ़ें:  डेंगू में पी लें इस हरे पत्ते का जूस, तेजी से बढ़ेंगी प्लेटलेट्स..! कमजोरी भी होगी दूर, जानें 6 और बड़े फायदे बेकरी प्रोडक्ट्स से बचें: डाइटिशियन के अनुसार, सभी बेकरी प्रोडक्ट्स में अनहेल्दी फैट होता है, जो आपके शरीर का मोटापा बढ़ाता है. ऐसे में इन चीजों को खाने से बचें. इसके बजाय हेल्दी फैट जैसे मेवे खाएं और हेल्दी ऑयल में बना खाना खाएं. फाइट्रोइस्टोजीन: फाइट्रोइस्टोजीन (एस्ट्रोजन हारमोन का नेचुरल रूप) वाले फूड खाएं. इसकी भरपाई के लिए आपको सोया मिल्क, टोफू या फिर सोयाबीन से बनी चीजों का सेवन करना चाहिए. इन चीजों को भी आप किसी भी रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं. ये भी पढ़ें:  Mens Health: मर्दों की शारीरिक कमजोरी होगी दूर..! डाइट में शामिल करें ये 9 सुपरफूड, अंग-अंग में भर जाएगी एनर्जी रेगुलर एक्सरसाइज़: श्रद्धा श्रीवास्तव कहती हैं कि, सारी डाइट को ध्यान रखते हुए नियमित एक्सरसाइज को कभी नहीं भूलना चाहिए. दरअसल, नियमित एक्सरसाइज़ PCOS/PCOD से परेशान लोगों में जल्दी वज़न कम करने में मदद करती है. Tags: Female Health, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : July 28, 2024, 16:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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