गर्भवती महिलाओं के लिए अमृत के समान है साल में सिर्फ एक महीने मिलने वाला यह फल

गर्मियों में मिलने वाला यह फल गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है, जमुना में विटामिन, एंजाइम ,आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, खनिज भारी मात्रा में पाई जाती है जो गर्भवती महिलाओं में इम्यूनिटी और हड्डी को मजबूत करने में काम आता है.

गर्भवती महिलाओं के लिए अमृत के समान है साल में सिर्फ एक महीने मिलने वाला यह फल
बांका : मां बनना दुनिया का सबसे सुखद अहसास है, लेकिन मां बनने के साथ-साथ जिम्मेदारियां भी अधिक हो जाती हैं, और खानपान पर भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है. ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान महिला कोई ऐसी वैसी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए जो जच्चा और बच्चा दोनों के लिए हानिकारक हो. ऐसे लोगों के मन में अक्सर ये सवाल उठते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्या खाएं या क्या न खाएं. प्रेगनेंसी के समय में गर्भ में पल रहे बच्चों के साथ-साथ मां को भी अपनी हेल्थ का ध्यान रखना काफी आवश्यक है, ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि गर्भवती महिला की डाइट इस तरह की होनी चाहिए कि बच्चों के साथ-साथ मां को भी भरपूर पोषण मिल सके. ऐसे में जामुन को एक बेहतरीन प्रेगनेंसी के डाइट के तौर पर देखा जा सकता है. जामुन का फल जो मात्र गर्मी के महीनों में मिलता है और यह तीन महीने का ही फल होता है. इसको लेकर के भी महिलाओं में बहुत अधिक मिथ्या देखी जाती है. लेकिन काला जामुन हेल्थ के लिए जरूरी और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है. डॉ. दिलीप कुमार एमबीबीएस, जनरल फिजिशियन, स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि गर्मियों में मिलने वाला यह फल गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है, जामुन में विटामिन, एंजाइम ,आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, खनिज भारी मात्रा में पाई जाती है जो गर्भवती महिलाओं में इम्यूनिटी और हड्डी को मजबूत करने में काम आता है. डॉ. दिलीप कुमार बताते हैं कि काला जामुन में भरपूर पोषक तत्व पाया जाता है यह फल रसीला और और बहुत ही न्यूट्रिशयस होता है. इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट के साथ साथ कैल्शियम ,फास्फोरस, फ्लेवोनाइड्स पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत रखने के लिए जरूरी है. जामुन के फल में फोलिक एसिड, फैट, राइबोफ्लेविन, प्रोटीन, और सोडियम भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो प्रेग्नेंट महिला के लिए सभी पोषक तत्व को एक साथ उपलब्ध कराने का काम करता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को जामुन का सेवन करना जरूरी है. बीपी को करता है कंट्रोल  गर्भवती के समय में जामुन के खाने से महिलाओं का दिल स्वस्थ रहता है, क्योंकि जामुन के खाने से बीपी संतुलित रहता है और इसके साथ साथ जामुन हार्ट वैसल्स को सुरक्षित रखता है. इससे प्रेग्नेंट महिलाओं को हार्ट अटैक आने की संभावनाएं कम हो जाती है. प्रेग्नेंसी में जामुन का खाने से प्रेग्नेंट महिला की इम्यूनिटी मजबूत होती है. उसका शरीर मौसमी बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है. इसमें पाया जाने वाला आयरन शरीर में खून की कमी दूर करता है और एनीमिया की संभावनाएं कम करता है. प्रेग्नेंसी में जामुन खाने के फायदे प्रेग्नेंसी में अगर कोई महिला रोज आधा से एक कटोरी जामुन खाए तो उसे काफी सारा कैल्शियम मिलेगा. इसके साथ ही जामुन के सेवन से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है. प्रेग्नेंसी में अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायत रहती है. ऐसे में जामुन के सेवन से फायदा होगा. दूसरी तरफ प्रेग्नेंसी के समय में अक्सर होने वाली मां को कब्ज और पाचन संबंधी दिक्कतें देखने को मिलती हैं. जामुन के सेवन से ना केवल पाचन में सुधार होगा बल्कि मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होगा और साथ बताते है कि इसमें विटामिन ए होता है जो भ्रूण की आंखों के लिए अच्छा होता है. Tags: Bihar News, Health, Local18FIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 06:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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