क्यों लॉरेंस की जान के पीछे करणी सेना गैंगस्टर ने दिया है गहरा जख्म
क्यों लॉरेंस की जान के पीछे करणी सेना गैंगस्टर ने दिया है गहरा जख्म
बिश्नोई Vs सेना: करणीसेना के प्रमुख ने जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिस को 1 करोड़ से अधिक के इनाम देने का घोषणा किया है. लेकिन, ऐसा क्या हुआ था कि करणी सेना लॉरेंस के पीछे पड़ी है. क्यों जेल में बंद एक कैदी से इतना परेशान है करणी सेना, आखिर क्या जख्म दिया है उसने?
बिश्नोई Vs सेना: क्षत्रिय करणी सेना ने मंगलवार को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को इनाम देने की घोषणा की है. सेना ने लॉरेंस को मारने वाले को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार एक सौ ग्यारह रुपये इनाम देने की बात कही है. लेकिन अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि करणी सेना लॉरेंस बिश्नोई के पीछे पड़ गई है. आखिर सेना उसे जान से मारने की वकालत क्यों कर रही है? बिश्नोई ने ऐसा कौन-सा जख्म दिया कि जेल में बंद एक गैंगस्टर को पुलिस के हाथों मारवाने की बात कही जा रही है. आइये जानते हैं.
पिछले साल के सर्दी का महीना था. तारीख 5 दिसंबर 2023. जयपुर के श्यामनगर में लॉरेंस गैंग के शूटर आते हैं और धड़ाधड़ गोलियों से करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को भून डालते हैं. कुल 17 राउंड गोलियां चली थी. दिन दहाड़े हत्याकांड से न केवल जयपुर राजस्थान बल्कि पूरा देश सहम गया था. आपको बता दें कि 2020 में रोहित गोदरा ने उनको जान से मारने की घमकी दी थी. कई इंटरनेशल नंबरों से कॉल करवाया. वहीं, मार्च 2023 में गोगामेड़ी ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी. हालांकि उनको सुरक्षा महैया नहीं करवाई थी.
गोगामेड़ी की हत्या की लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदरा ने करवाई थी. गोगामेड़ी 2017 के गैंग के निशाने पर आते हैं. 2017 में कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के पुलिस एनकाउंटर होती है. गोगामेड़ी ने आनंदपाल सिंह का शव लेकर 15 दिनों तक धरना देते हैं. यहां से उनको लोकप्रियता मिलती है. धीरे-धीरे वे राजपूतों के संगठन बनाने लगते हैं. इस संगठन में राजपूतों उत्थान के लिए काम किया जाता है. ये बात रोहित गोदरा को पसंद नहीं आती है और फिर वह उनके जान के पीछे पड़ जाता है.
जाति की दुश्मनी!
गोगामेड़ी जाने अंजाने में लॉरेंस के गैंग निशाने पर आ गए. इनकी हत्या करवाने वाला गैंगस्टर रोहित गोदरा था. गोगामेड़ी राजपूत और गोदरा जाट था. उसे लगने लगा कि गोगामेड़ी सिर्फ राजपूतों की मदद करते हैं. उसने उनकी हत्या का प्लॉटिंग करनी शुरू कर दी. 6 महीनों की मशक्कत के बाद उसे सफलता मिली. उसने गोगामेड़ी के जानकार नवीन राठौर को हायर किया. राठौर का गोगामेड़ी के घर आना जाना था. साथ ही उसे दूसरे शूटर के रूप में मिला नितिन फौजी. वह 6 महीने पहले फौज में भर्ती हुआ था.
जिसने की मदद की उसे भी भून डाला
हत्या के दिन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. तीनों 5 दिसंबर को शादी की कार्ड देने पहुंचे. गोदरा और फौजी सामने जबकि राठौर गोगामेड़ी के बराबर में बैठा था. तभी शूटर घर के डायनिंग हॉल में चाय-पानी की, फिर इधर उधर की बातें, गोगामेड़ी को जब तक कुछ समझ में आता गोलियों की बारिश हो गई. हमलावरों ने घर के अंदर 17 राउंड गोलियों से उनको छलनी कर दिया. रोहित ने राठौर को भी गोली से भून दिया था. यहीं से शुरू होती है करणी सेना और लॉरेंस गैंग की दुश्मनी.
Tags: Gangster Lawrence Vishnoi, Lawrence BishnoiFIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 12:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed