भारत में दिल के रोगों और मौत का बड़ा कारण बना हाई ब्लड प्रेशर 75% रोगियों में अनियंत्रित: लैंसेट रिपोर्ट
भारत में दिल के रोगों और मौत का बड़ा कारण बना हाई ब्लड प्रेशर 75% रोगियों में अनियंत्रित: लैंसेट रिपोर्ट
Lancet report: मेडिकल जर्नल द लैंसेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर है, उनमें से 75 फीसदी लोगों में ये कंट्रोल में नहीं है. जो दिल के रोगों और मौतों का बड़ा कारण है.
हाइलाइट्सदेश में जिनको high blood pressure है, उनमें से 75% से अधिक रोगियों में यह नियंत्रण में नहीं है. इसके कारण देश में होने वाली मौतों की संख्या बहुत ज्यादा है. द लांसेट की एक स्टडी के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर बहुत से वयस्कों की मौतों के लिए जिम्मेदार है.
कोच्चि. भारत में जिन लोगों में उच्च रक्तचाप (high blood pressure) का पता चला है, उनमें से 75% से अधिक रोगियों में यह नियंत्रण में नहीं है. इसके कारण देश में होने वाली मौतों की संख्या बहुत ज्यादा है. मेडिकल जर्नल द लैंसेट ने 2016-20 के डेटा की एक स्टडी के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर देश में बहुत से वयस्कों की होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदार है. ये अध्ययन केंद्र सरकार के 2019-20 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) की भी पुष्टि करता है. जिसमें कहा गया कि 24% पुरुषों और 21% महिलाओं में उच्च रक्तचाप पाया गया था. जो 2015-16 के सर्वेक्षण में केवल 19% और 17% ही पाया गया था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक ‘लैंसेट रीजनल हेल्थ-साउथईस्ट एशिया’ का रिसर्च भारत में 2001 और 2022 के बीच ब्लड प्रेशर कंट्रोल रेट के कई अध्ययनों के विश्लेषण पर आधारित है. इस अध्ययन में केरल के शोधकर्ता भी शामिल थे. सरकारी प्रयासों, जागरूकता और स्वास्थ्य सुविधाओं तक बेहतर पहुंच के बावजूद उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में सक्षम रोगियों की संख्या पिछले 21 वर्षों में केवल 6 फीसदी से बढ़कर 23 फासदी हो पाई है.
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सरकारी मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के अल्ताफ अली ने कहा कि यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में कम से कम चार वयस्कों में से एक को उच्च रक्तचाप है. अनियंत्रित रक्तचाप दिल के रोगों (सीवीडी) के लिए जोखिम के सबसे बड़े कारणों में से एक है. ये विश्व स्तर पर मृत्यु का सबसे आम कारण है. भारत में सीवीडी कुल मौतें के एक-तिहाई के लिए जिम्मेदार हैं. दूसरे शब्दों में उच्च रक्तचाप किसी भी अन्य कारण से अधिक वयस्कों को मारता है. अली इस पूरे अध्ययन का हिस्सा थे. लैंसेट के शोधकर्ताओं ने 51 अध्ययनों को अपने रिसर्च में शामिल किया, जिसमें 3.4 लाख मरीज शामिल थे. अली ने कहा कि उच्च रक्तचाप का इलाज और नियंत्रण सुनिश्चित करने से अगले दशक में लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है.
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Tags: Heart Disease, Hypertension, India, LancetFIRST PUBLISHED : November 28, 2022, 06:50 IST