ड्रोन कैमरे से की जा रही है आदमखोर बाघ की निगरानी महीने भर में चार की मौत
ड्रोन कैमरे से की जा रही है आदमखोर बाघ की निगरानी महीने भर में चार की मौत
जंगलों में पानी भर जाने के कारण लगातार बाघ और तेंदुआ रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं. गन्ने के खेत में अपना ठिकाना बना लिए हैं और लगातार क्षेत्रों में आदमखोर बाघ हमला कर रहे हैं. बाघ को पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरे के जरिए से निगरानी की जा रही है और....
रिपोर्टर- अतीश त्रिवेदी
लखीमपुर खीरी: ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को जंगली जानवरों से हमेशा ही खतरा बना रहता है. लेकिन कई बार ये जानवर शहरी इलाकों में घुस आते हैं और जब घर और मकानों के बीच में खुद को फंसा हुआ पाते हैं तो और खूंखार हो जाते हैं. इनके अलावा कई बार ये जानवर आदमखोर हो जाते हैं. ऐसे ही एक आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरा से की जा रही निगरानी.
ड्रोन कैमरे के अलावा वन विभाग ने पिंजरा भी लगाया है. इस आदमखोर बाघ के हमले में 1 महीने में चार लोगों की मौत हो चुकी है. बाघ के हमले से किसान अमरेश कुमार की मौत हो गई थी. उनकी मौत के बाद भड़के परिजनों ने हंगामा काट दिया.
जंगलों में पानी भर जाने के कारण लगातार बाघ और तेंदुआ रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं और गन्ने के खेतों में अपना ठिकाना बना लिया है. जैसे ही किसान अपने खेत की ओर जाते हैं उसी दौरान अचानक बाघ और तेंदुआ हमला कर देते हैं. 1 महीने में करीब चार लोगों की बाघ के हमले से मौत हो चुकी है.
इसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए कैमरे लगाए गए हैं. दूसरी तरफ ड्रोन कैमरे से बाघ की निगरानी की जा रही है. बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. दूसरी ओर ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.
हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव इमलिया अजान निवासी ग्रामीण अमरेश (45) की बाघ हमले में मौत हो गई थी. वन विभाग ने इमलिया गांव के बाहर दो पिंजरे और 24 कैमरे लगवाए हैं. बाघ गन्ने के किस खेत में छिपा है. लोकेशन ट्रेस करने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है. वन कर्मियों की दो टीमें गन्ने के आसपास पेट्रोलिंग में लगाई गई हैं. बाघ पिंजरों में बंधे बकरों के पास नहीं आ रहा है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 17:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed