मंडी मस्जिद विवाद फिर सड़कों पर उतरा हिंदू समाज बोला-यहां पर देवस्थान था
मंडी मस्जिद विवाद फिर सड़कों पर उतरा हिंदू समाज बोला-यहां पर देवस्थान था
Mandi Masjid Dispute: हिमाचल प्रदेश के शिमला के संजौली मस्जिद विवाद के बाद मंडी में मस्जिद को लेकर सवाल उठाए गए थे और अब मामला फिर से उठा है. हिंदू संगठनों ने मंगलवार को यहां पर प्रदर्शन किया है.
मंडी. हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर के जेल रोड स्थित मस्जिद के अवैध निर्माण के विरोध में एक बार फिर से हिंदू संगठनों के लोगों ने सड़कों पर उतरकर रोष रैली निकाली. मंगलवार को छोटी काशी देवभूमि संघर्ष समिति के बैनर तले विरोध प्रदर्शन एवं रैली निकाली गई. इस रैली में हिमाचल प्रदेश के दूसरे जिलों से आए हिंदू नेताओं और संत समाज ने शिरकत की. सभी ने शहर में रैली निकाली और हिंदेओं से जागने की अपील की. बिलासपुर से आए हिंदू नेता कमल गौतम ने कहा कि जेल रोड़ में मस्जिद पहले देव स्थान था.
45 वर्ग मीटर जमीन हमारे पूर्वजों ने मुस्लिम समाज को दान में दी थी. हम दान में दी गई जमीन को वापिस नहीं मांग रहे. खसरा नंबर 1280 पर भी अवैध कब्जा किया गया है. ऐसे में उसे मुक्त करवाने की मांग रख रहे हैं. सरकार और प्रशासन से पहले भी यह मांग रखी गई थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. कमल गौतम ने कहा कि हिंदू समाज के लोगों को फिर से सड़कों पर उतरना पड़ रहा है. इन्होंने सरकार और प्रशासन को चेताया कि अगर जल्द ही इस जमीन को एहल-ए-इस्लाम के कब्जे से मुक्त नहीं करवाया गया तो फिर भविष्य में हिंदू समाज के लोग बिना तारीख बताए अपने स्तर पर कार्रवाई करने को मजबूर हो जाएंगे.
कमल गौतम ने कहा कि राजस्व रिकार्ड में इस बात के पूरे प्रमाण हैं कि उस जमीन पर पहले देवस्थान था और एहल-ए-इस्लाम ने वहां पर कब्जा करके रखा है. इस बात को दूसरे पक्ष के वकील ने टीसीपी कोर्ट में भी स्वीकार किया है. राजस्व रिकार्ड एक प्रमाणित रिकार्ड होता है और हर जगह उसकी प्रमाणिकता होती है. इन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है. इस पर सभी की नजरें टीकी हुई हैं. यदि प्रशासन और सरकार समय रहते कुछ नहीं करते तो फिर स्थानीय लोगों के साथ विचार-विमर्श करके आगामी रणनीति बनाई जाएगी.
पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई थी
इस प्रदर्शन को देखते हुए मंडी जिला पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करके रखे हुए थे. हालांकि पूरा प्रदर्शन शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हो गया। लोगों ने हल्की-फुल्की नारेबाजी भी की. उधर, जेल रोड़ स्थित मस्जिद स्थल के पास भी पुलिस ने कड़ा पहरा बैठा रखा था, लेकिन प्रदर्शनकारी उस तरफ नहीं गए. सभी प्रदर्शनकारियों ने यही चेताने का प्रयास किया कि यह सांकेतिक धरना है यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो फिर भविष्य में आंदोलन की रूपरेखा और भी उग्र हो सकती है. गौरतलब है कि शिमला में संजौली मस्जिद विवाद के बाद मंडी में मस्जिद को लेकर सवाल उठाए गए थे और रोष प्रदर्शन किया गया था.
Tags: Gyanvapi Masjid Controversy, Hindu MahasabhaFIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 15:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed