हमारे पास बहुमत धनखड़ को बचाने के लिए रिजिजू ने बताया सरकार का प्लान
हमारे पास बहुमत धनखड़ को बचाने के लिए रिजिजू ने बताया सरकार का प्लान
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ पेश विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, हमारे पास बहुमत है. विपक्ष इसे पास करके तो दिखाए.
कांग्रेस ने टीएमसी, सपा और आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. इसमें 50 से ज्यादा सांसदों के हस्ताक्षर हैं. लेकिन केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे विपक्ष का मनमानापन करार देते हुए चुनौती दी कि वे पास करके दिखाएं. उन्होंने कहा कि एनडीए के पास राज्यसभा में पहले से बहुमत है. इस नोटिस को ही खारिज किया जाना चाहिए और खारिज किया जाएगा. हम सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की कोई भी कार्रवाई को स्वीकार न किया जाए. रिजिजू ने संघ की तारीफ करने पर धनखड़ को कठघरे में खड़ा करने की भी निंदा की. कहा, इसमें गलत क्या है.
रिजिजू ने कहा, राज्यसभा के सभापति हमारे मार्गदर्शक हैं. सदन के कामकाज को सही ढंग से चलाने के लिए हमें आसन की बात सुननी चाहिए. कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने हमेशा आसन का अपमान किया है. धनखड़ एक गरीब परिवार से आते हैं. पहली बार जाट कम्युनिटी का कोई आदमी इस पद पर बैठा है, कांग्रेस उसे पचा नहीं पा रही है. कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए विपक्ष के नोटिस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी घसीटा है. कांग्रेस ने कहा है कि धनखड़ ने पहले संघ की प्रशंसा की थी और खुद को आरएसएस का एकलव्य बताया था. वे जिस पद पर हैं, उसके लिए यह अनुचित है.
आरएसएस की तारीफ करने में गलत क्या
इसका जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, कांग्रेस के नोटिस में एक बिंदु यह भी है कि धनखड़ ने आरएसएस की प्रशंसा की है. आरएसएस हमारे देश का एक गौरवशाली राष्ट्रवादी संगठन है. आरएसएस की प्रशंसा करने में क्या गलत है? भारत में किसी भी ऐसे संगठन की प्रशंसा की जा सकती है जो वास्तविक हो और अवैध न हो.
संघ के बारे में क्या कहा था
किरेन रिजिजू ने कहा, मुझे आश्चर्य है कि कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति द्वारा आरएसएस के बारे में अच्छी बातें कहने पर आपत्ति कैसे जताई. इससे पता चलता है कि कांग्रेस के पास कोई एजेंडा नहीं है और वह जॉर्ज सोरोस के गांधी परिवार से संबंधों से बचने के लिए इस याचिका का इस्तेमाल ध्यान भटकाने की रणनीति के तौर पर कर रही है. दरअसल, जुलाई में संसद सत्र के दौरान धनखड़ ने कहा था, मैं यह नियम बनाता हूं कि आरएसएस एक ऐसा संगठन है जिसे इस राष्ट्र की विकास यात्रा में भाग लेने का पूरा संवैधानिक अधिकार है. इस संगठन की साख बेदाग है, इसमें ऐसे लोग शामिल हैं जो निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. धनखड़ ने आरएसएस को उच्चतम स्तर का वैश्विक थिंक टैंक भी बताया था.
Tags: Akhilesh yadav, Jagdeep Dhankar, Kiren rijiju, Rahul gandhiFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 01:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed