Bharat Jodo Yatra: पैर में भले फ्रैक्चर है लेकिन जज्बा अटल है जानिए कितनी साहसी हैं यह मणिपुर की नेता

Bharat Jodo yatra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में मणीपुर की महिला नेता किम हाउकिप शिंगनायसुई भी शामिल हैं. यह अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सचिव हैं. इनका जज्बा कितना अटल है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके पैर में फ्रैक्चर है, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा अधूरी नहीं छोड़ी. उनका कहना है कि राहुल गांधी के दर्द के आगे उनका दर्द कुछ भी नहीं.

Bharat Jodo Yatra: पैर में भले फ्रैक्चर है लेकिन जज्बा अटल है जानिए कितनी साहसी हैं यह मणिपुर की नेता
हाइलाइट्सभारत जोड़ो यात्रा में दिखाई दे रहे कई तरह के रंगमहिला नेता किम हाउकिप शिंगनायसुई भी यात्रा में शामिलघायल होने के बावजूद नहीं छोड़ रहीं पैदल चलना काकोली मुखर्जी, (कोथुर). कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में तरह-तरह के रंग दिखाई दे रहे हैं. इसी तरह के रंग तेलंगाना के कोथुर में भी दिखाई दिए. यहां शाम 4 बजे यात्रा शुरू होने से पहले यात्री आराम कर रहे हैं. इस यात्रा में पूरे देश से अलग-अलग उम्र के लोग शामिल हैं. यह लोग 53 दिन पैदल चलने के बाद आराम करते दिखे. एक कोने में जहां कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश फोन पर दिखाई दिए, तो वहीं राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी करते दिखाई दिए. यह यात्री टेंट में जगह-जगह फैले हुए थे. सभी आपस में बात करते हुए मन बहला रहे हैं. इन्हीं के बीच शामिल हैं मणीपुर की महिला नेता. इनके पैर में फ्रैक्चर हो चुका है. अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सचिव किम हाउकिप शिंगनायसुई का कहना है- ‘जब मेरे सभी यात्री पैदल चल रहे हैं, तो मैं कंटेनर में आराम नहीं कर सकती. मेरा पैर रोज सूजता और दर्द देता है, लेकिन यात्रा में चलने का मेरा जज्बा दर्द का अहसास नहीं होने देता.’ उनका पैर केरल में उस वक्त फ्रैक्चर हो गया था जब भीड़ के बीच धक्का-मुक्की हुई थी. उन्होंने मेडिकल चेकअप कराया था तो डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी. लेकिन, किम ने यात्रा में शामिल होना जारी रखा. कंटेनर में नहीं रह सकती बंद उन्होंने कहा- ‘पूरे जीवन में इस तरह की यात्रा का मौका एक बार ही आता है. यह पूरे भारत के साथ चलने के समान है. इस यात्रा में सभी राज्यों के सभी उम्र के लोग हैं. इसलिए मेरे लिए कंटेनर में बंद रहना संभव नहीं. इसिलए मैंने चिंता हवा में उड़ा दी और पैदल चलने लगी. उनका संघर्ष राहुल गांधी के सामने कुछ भी नहीं. उन्होंने अपनी दादी को तब खोया जब वह छोटे थे. जब राहुल युवा हुए तो पिता को खो दिया. आज वो लोगों का दुख जानने के लिए हजारों किमी की यात्रा कर रहे हैं. उन्होंने जो जिंदगी में झेला है उसके आगे मेरा दर्द कुछ नहीं.’ पिता के खिलाफ लड़ चुकीं चुनाव बता दें, किम ने कांग्रेस में जमीनी नेता के रूप में काम किया था और आज वह अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सचिव हैं. वह पूर्वी इंफाल के सुदूर कोइरेनगेई गांव की हैं. उनका परिवार राजनीतिक परिवार है. किम अपने पिता वाय. हाउकिप के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुकी हैं. उन्होंने बताया कि उनके पिता कांग्रेस विधायक थे. बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए. परिवार का समर्थन न मिलने के बावजूद वह पिता के खिलाफ चुनाव लड़ीं. चुनाव में पिता-बेटी दोनों हार गए. किम ने कहा- मुझे मेरे फैसले पर पछतावा नहीं. मेरा विश्वास अटल है कि केवल कांग्रेस ही भारत को एकजुट रख सकती है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Bharat Jodo Yatra, Rahul gandhiFIRST PUBLISHED : October 31, 2022, 18:32 IST