कर्नाटकः कांग्रेस में सबकुछ ठीक करने की कोशिश! सिद्धारमैया ने शिवकुमार को नाश्ते पर बुलाया

सिद्धारमैया के आधिकारिक आवास पर दोनों नेताओं की तस्वीरों के साथ नाश्ते की बैठक में चुनावों से पूर्व दोनों के बीच आई दरार और कांग्रेस पर इसके प्रभाव को रोकने की कोशिश की गई.

कर्नाटकः कांग्रेस में सबकुछ ठीक करने की कोशिश! सिद्धारमैया ने शिवकुमार को नाश्ते पर बुलाया
बेंगलुरू. विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख डीके शिवकुमार को नाश्ते के लिए अपने आवास पर आमंत्रित किया. सिद्धारमैया के आधिकारिक आवास पर दोनों नेताओं के हंसने और भोजन करने की तस्वीरों के साथ नाश्ते की बैठक में 2023 के विधानसभा चुनावों से पूर्व दोनों के बीच आई दरार और कांग्रेस पर इसके प्रभाव को रोकने की कोशिश की गई है. मुलाकात के बाद डीके शिवकुमार ने सिद्धारमैया के साथ कहा कि हम पार्टी के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने और संगठन बनाने व चुनावों का सामना करने के लिए मिले. ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब कर्नाटक की राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों नेताओं की व्यक्तिगत राजनीतिक महत्वकांक्षाएं और अगला सीएम बनने का उनका लक्ष्य आगामी चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भाजपा के सामने कमजोर कर रही है. बता दें कि 3 अगस्त को सिद्धारमैया के समर्थक पूर्व मुख्यमंत्री के 75वें जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए सिद्धारमहोत्सव का आयोजन कर रहे हैं. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक शिवकुमार ने गुरुवार को कहा था कि यह कार्यक्रम पार्टी की छत्रछाया में होगा क्योंकि राहुल गांधी के भी अन्य राष्ट्रीय और राज्य के नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है. इस आयोजन को कर्नाटक में 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए सिद्धारमैया को कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने घोषणा की थी कि 2023 में होने वाला चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा. सिद्धारमैया ने कहा, “जब से मैं 75 साल का हो रहा हूं, यह एक मील का पत्थर का जश्न मना रहा है.” सिद्धारमैया ने पीटीआई के हवाले से कहा “निश्चित रूप से एक राजनीतिक संदेश होगा (घटना से), क्या हम सन्यासी हैं? क्या राहुल गांधी या शिवकुमार संन्यासी हैं? यह वहाँ होगा. क्या हमारे पांच साल के कार्यकाल की राजनीति में हमारी उपलब्धियों को सूचीबद्ध नहीं करना है? क्या मेरे राजनीतिक सफर को याद करना राजनीति नहीं है? यह वहां है, राजनीति के बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता है”. नेता ने यह भी कहा कि उन्होंने इस आयोजन को “सिद्धारामोत्सव” नहीं कहा, बल्कि मीडिया ने ही किसी और के द्वारा बनाए गए शब्द को उठाया है. सिद्धारमैया का 2018 में मौजूदा मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव लड़ने वाली दो सीटों में से एक में हारने के बावजूद शीर्ष पर बने रहना, शिवकुमार सहित कुछ नेताओं की नाराजगी का कारण रहा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: DK Shivakumar, Karnataka, SiddaramaiahFIRST PUBLISHED : July 09, 2022, 07:43 IST