दुश्मन की हर चाल की काट 16000 फीट की ऊंचाई पर मिलेगा मुंहतोड़ जवाब
दुश्मन की हर चाल की काट 16000 फीट की ऊंचाई पर मिलेगा मुंहतोड़ जवाब
Kargil All Weather Road & Tunnel: कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने इंडियन आर्मी के मूवमेंट को रोकने की नीयत से रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण रूट को बाधित किया था. शिंकु ला टनल के बन जाने से आर्मी का मूवमेंट हर मौसम में आसानी से हो सकेगा.
कारगिल. तकरीबन 25 साल पहले इंडियन आर्मी कारगिल की चोटियों से पाकिस्तानी सेना को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन विजय की शुरुआत की थी. साल 1999 में पाकिस्तान ने अपनी फ़ितरत दिखाते हुए कारगिल की चोटियों पर अपने जवानों को तैनात कर दिया. 3 मई 1999 को इस बात की भनक इंडियन आर्मी को मिली और 5 मई को भारतीय सेना ने अपनी पेट्रोलिंग पार्टी भेजी. इसके बाद 9 मई को पाकिस्तान ने कारगिल में भारतीय एम्यूनेशन डंप पर बम और गोले दागने लगे. पाकिस्तान के आक्रामक रुख को देखते हुए 10 मई 1999 को भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय लॉन्च कर दिया. दो महीने, तीन हफ़्ते और दो दिन तक चले इस ऑपरेशन विजय में भारतीय सेना में पाकिस्तानियों को कारगिल की चोटियों से खदेड़ दिया. इस पूरे अभियान में भारतीय सेना को इस बात का एहसास हुआ की हाई एल्टिट्यूड और उंची पहाड़ियों वाले इलाकों में जंग लड़ने और जीतने के लिए रणनीति बदलनी पड़ेगी. पिछले 25 साल में रणनीति बदली भी गई. इसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है. इसी स्ट्रैटजी के तहत दुर्गम इलाकों में ऑल वेदर रोड और टनल के जाल बिछाने का काम शुरू किया गया है. इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिंकुला टनल की शुरुआत करेंगे.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और साल 1999 में पाकिस्तान के आर्मी चीफ रहे परवेज मुशर्रफ ने ऑपरेशन बद्र के तहत सियाचिन पर कब्जे के मकसद से पूरे लेह लद्दाख को कश्मीर से काटने की साज़िश रची. पाकिस्तानी सेना नेशनल हाइवे-1A (जो कि जोजिला पास से होते हुए लेह को जोड़ने वाली सड़क) को काटना चाहते थे. उसी मकसद से पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को तोलोलिग और टाइगर हिल पर तैनात कर दिया था. पाकिस्तान को पता था कि अगर जोजिला पास से ही नेशनल हाइवे-1A को एक बार बाधित कर दिया जाए तो इंडियन आर्मी को मूवमेंट करने में दिक़्क़त होगी.
इन 5 वजहों से खास है शिंकु ला टनल 4 किलोमीटर से ज्यादा लंबी होगी शिंकु ला टनल मनाली से कारगिल की दूरी 700 KM से घटकर 485 किमी रह जाएगी दो से तीन साल पूरा एक्सिस बनकर तैयार हो जाएगा LAC और LOC तक पहुंच बेहद आसान हो जाएगी शिंकु ला टनल में हर 500 मीटर पर क्रॉस पास होंगे
क्यों महत्वपूर्ण है शिंकु ला टनल?
अब जोजिला पास को पार करने के लिए ऑल वेदर रोड और टनल तैयार हो रही है. लेह को जोड़ने वाली लेह मनाली और नीमू पद्म धराचा एक्सिस को भी ऑल वेदर बनाया जा रहा है. रोड के कटिंग का काम जारी है, लेकिन इस रूट पर आने वाले शिंकु ला को बायपास करने के लिए 4.1 किलोमीटर लंबी शिंकु ला टनल की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल तरीके ब्लास्ट कर करेंगे. इस टनल के आ जाने के बाद 4 किलोमीटर की दूरी तय करने में 30 मिनट का समय लगेगा. ट्विन ट्यूब डबल लेन टनल में हर 500 मीटर पर क्रॉस पास होंगे. इस टनल में सुरक्षा के भी पूरे बंदोबस्त किए जाएंगे. सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वजिशन सिस्टम, मैकेनिकल वेंटिलेशन सिस्टम, फायर फायटिंग सिस्टम और कम्यूनिकेशन सिस्टम से लैस होगा.
पेट में था बच्चा, सामने थे पाकिस्तानी दुश्मन, कारगिल युद्ध में ऐसे लड़ी एक फौजी मां, कहानी सुनकर करोगे सैल्यूट
अब दुश्मनों को मिलेगा करारा जवाब
मनाली से नीमू पद्म दार्चा रूट पर एक ही 16,600 फीट ऊंचा शिंकु ला है और इस रूट पर कई जगह है, जहां एवलांच का ख़तरा होता है. उनमें एक ही जगह ऐसी है, जहां पर हिमस्खलन आने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. अब उस जगह को बायपास किया जा रहा है, ताकि आर्मी मूवमेंट में किसी भी मौसम में कोई भी दिक्कत न आए. NPD रोड पर फिलहाल काम जारी है. नीमू की तरफ से 30 किलोमीटर की रोड कटिंग जारी है तो शिंकु ला पास पर टनल बनाने का काम शुरू हो जाएगा. आने वाले 2-3 साल में यह पूरा एक्सिस तैयार हो जाएगा. फिलहाल इस सड़क को लेह से 100 किमी दूरी खलत्से में लेह-श्रीनगर हाइवे से जोड़ा गया है. इस रूट के जरिए मनाली से कारगिल जाने के लिए जो 700 किलोमीटर का सफ़र तय करना पड़ता था, अब वो घटकर 485 किमी रह जाएगा.
LAC-LOC तक पहुंच होगी आसान
लेह को इस सड़क से जोड़ने से मनाली की 475 किमी की दूरी घटकर लगभग 400 किमी रह जाएगी. लद्दाख तक पहुंचने के लिए अब तक दो सड़क मार्ग थे- एक श्रीनगर से जोजिला पास होते हुए कारगिल फिर लेह. दूसरा, मनाली से रोहतांग, लाचुंग ला, बारालाच ला और तंगलांग ला होते हुए लेह. दोनों ही रास्ते साल के कुछ ही महीने भारी बर्फबारी के कारण बंद रहते हैं. अब भारतीय सेना जिस तरह से अपने तैयारी को अंजाम देना शुरू किया है, उससे हर मौसम में वो अपनी गतिविधियों को सड़क के रास्ते लेह और LAC और LOC तक अंजाम देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
Tags: Indian army, Kargil day, Kargil war, National NewsFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 22:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed