साकार विश्व हरि बाबा का था ऐसा रसूक विरोध के बाद भी दबंगई से बना आश्रम

Sakar Vishwa Hari Ashram: हाथरस कांड के बाद चर्चा में आने के बाद आए दिन सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा पर खुलासे हो रहे हैं. कानपुर में बाबा का आश्रम को ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर बनने का आरोप लगाया है.

साकार विश्व हरि बाबा का था ऐसा रसूक विरोध के बाद भी दबंगई से बना आश्रम
अखंड प्रताप सिंह/ कानपुर: हाथरस कांड के बाद देशभर में चर्चा में आए नारायण साकार विश्व हरि बाबा का कानपुर का आश्रम भी इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. एक तरफ हाथरस कांड के बाद से लगातार आश्रम में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं, अब एक बार फिर से ग्रामीण आश्रम के खिलाफ अपनी नाराजगी दिखा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जब यह आश्रम बनने जा रहा था, तब से ही पूरा गांव इस आश्रम के बनने का विरोध कर रहा था. क्योंकि यह आश्रम अवैध कब्जा करके बनाया जा रहा था, लेकिन बाबा के दबाव के आगे किसी की एक न चली. ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई जगह इसके लिए प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की, लेकिन बाबा के रसूक के आगे ग्रामीण फेल हो गए. इसके बाद यह आश्रम एक राज महल के तरीके से बनता चला गया. जहां हाथरस में एक बड़ा हादसा होने के बाद यह चर्चा में आ गया है. कानपुर में है बाबा का साम्राज्य कानपुर के बिधनू के करसुई गांव में बना बाबा का आश्रम किसी राजमहल से कम नहीं लगता है. यह आश्रम भक्तों से चंदा लेकर बनवाया गया था और दूर-दूर से भक्त यहां पर पहुंचते हैं. मंगलवार को यहां पर हजारों लोगों की भीड़ लगती है, लेकिन हाथरस कांड के बाद से यहां पर बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ है. आश्रम के अंदर 3  आलीशान भवन बने हुए हैं. इसके साथ ही अभी आश्रम में और काम चल रहा है. यहां आश्रम का निर्माण 14 बीघा पट्टे की जमीन पर हुआ था और सरकारी जमीन पर भी अवैध रूप से निर्माण किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां जब आश्रम बन रहा था तो लोगों ने विरोध किया था, लेकिन बाबा के रसूक के आगे किसी की नहीं चली. वहीं, अब बाबा के खिलाफ जांच शुरू हुई है. तब कानपुर में एक बार फिर से ग्रामीणों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही राजस्व विभाग की टीम भी बाबा के आश्रम की जांच करने के लिए पहुंची है और सरकारी भूमि को भी चिन्हित कर जांच की जा रही है. आश्रम में लगाई जाए भगवान की मूर्तियां वहीं, अब मामला उठने के बाद राजस्व विभाग की टीम बाबा के आश्रम की जांच कर रही है. ऐसे में अवैध जगह पर आश्रम को गिराने की बातें भी सामने आ रही हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि आश्रम को गिराए जाने से बेहतर है कि यहां भगवान की मूर्तियां स्थापित करा दी जाए. जहां लोग सार्वजनिक रूप से पूजा-पाठ कर सकेंगे. साथ ही यह किसी विशेष व्यक्ति की संपत्ति भी नहीं रहेगी. आश्रम में भगवान की मूर्तियां स्थापित करने की मांग ग्रामीणों ने बताया कि उनके पूर्वजों का एक मंदिर भी आश्रम के बगल में लगा हुआ था, उसको भी इसी प्रांगण के अंदर कर के समाप्त कर दिया गया. इसीलिए वह चाहते हैं कि इसे सार्वजनिक रूप से एक मंदिर के रूप में बना दिया जाए. यहां भगवानों की मूर्तियां स्थापित कर दी जाए उसके लिए ग्रामीण खुद पैसे देने को तैयार हैं. Tags: Kanpur city news, Kanpur ki khabar, Kanpur latest news, Local18FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 15:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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