दृष्टिहीनों के लिए छात्र ने बनाया AI आधारित स्मार्ट चश्मा हर कदम पर करेगा मदद

दृष्टिहीनों के लिए छात्र ने बनाया AI आधारित स्मार्ट चश्मा हर कदम पर करेगा मदद
अखंड प्रताप सिंह/ कानपुरः बिना आंखों के दुनिया अंधेरों से भरी हुई है. देश में जो लोग दृष्टिहीन हैं, दुनिया नहीं देख पाते हैं, उनके लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. कानपुर के रहने वाले हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय से बीटेक करने वाले छात्र अश्विनी यादव ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एक ऐसा ग्लास तैयार किया है, जो दृष्टिहीनों के हर काम करने में उनकी मदद करेगा. यह उनके लिए दृष्टि के जैसे काम करेगा. जानिए यह एआई आधारित ग्लास कैसे काम करता है. बीटेक करने वाले छात्र ने किया कमाल कानपुर के एचबीटीयू से बीटेक की पढ़ाई करने वाले अश्विनी यादव ने एक खास गलत तैयार किया है जो व्यक्ति बाधित लोगों की मदद करेगा. इस प्रोडक्ट को तैयार करने में आईआईटी दिल्ली द्वारा छात्र की फाइनेंसियल मदद की गई है. 10 लाख रुपए शुरुआती तौर पर छात्र को दिए गए हैं. वहीं, इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद आईआईटी दिल्ली की ओर से 2 करोड रुपए जारी करने के लिए भी कहा गया है. ऐसे आया चश्मा बनाने का आईडिया अश्विनी ने बताया कि उसका एक दोस्त है, जिसकी मां दृष्टिहीन है और वह देख नहीं पाती हैं, तो उसके मन में विचार आया. क्यों ना कोई ऐसा प्रोडक्ट बनाया जाए, जो दृष्टिहीन लोगों के हर काम को आसान बना दें. उनके लिए वह एक रोशनी का काम करें, तब उन्होंने इस चश्मे को बनाने की योजना बनाई और पहले इसका प्रोटोटाइप तैयार किया जिसमें 16 हजार की लागत आई थी. इस प्रोडक्ट का चयन अप इंजीनियरिंग स्टूडेंट प्रोडक्ट अनुदान योजना के तहत हुआ. इसके बाद अश्विनी को सरकार की ओर से 75 हजार की मदद मिली, जिसके बाद उन्होंने यह खास चश्मा बनकर तैयार किया. ऐसे करता है यह चश्मा काम यह चश्मा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है. यह किसी भी दृष्टिहीन व्यक्ति को एनवायरमेंट की समझ स्मार्टफोन या कंप्यूटर स्क्रीन पर टेक्स्ट पढ़ने की सुविधा, सामने से आ रहे लोगों के बारे में जानकारी और आम लोगों की तरीका चलने उठने बैठने की सुविधा मुहैया कराएगा. इस चश्मे को चार्ज किया जा सकेगा 2 से 3 घंटे चार्ज करने के बाद दिया चश्मा पूरे दिन पहना जा सकता है. आईआईटी दिल्ली कर रहा है सहयोग अब इस प्रोटोटाइप को प्रोडक्ट बनाने की दिशा में आईआईटी दिल्ली छात्र की मदद कर रहा है. फंडिंग के साथ विशेषज्ञ इसको तैयार करने में मदद कर रहे हैं. प्रोटोटाइप का सफल प्रशिक्षण होने के बाद 6 महीने तक इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. इस चश्मे के सफल प्रशिक्षण के बाद इसे बाजार में लाने की तैयारी है. अश्विनी ने बताया कि इस साल के अंत तक इस प्रोडक्ट को बाजार में उतारा जाएगा. इसके लिए भी तैयारी की जा रही है. Tags: Kanpur city news, Kanpur ki khabar, Kanpur latest news, Local18FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 14:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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