कानपुर के किसानों की बढ़ी टेंशन इस वजह से दलहनी फसल हो रहा प्रभावित
कानपुर के किसानों की बढ़ी टेंशन इस वजह से दलहनी फसल हो रहा प्रभावित
कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडे ने बताया कि चना और अरहर देश की सबसे प्रमुख दलहनी फसल है. दलहन की खेती के लिए बारिश नुकसानदेह साबित हो सकता है. ज्यादा पानी की वजह से अरहर में उकठा रोग लग जाता है. जिससे पैदावार कम हो जाता है. पैदावार कम होने से रेट आसमान पर पहुंच सकते हैं. इसका असर आदमी की जेब पर पड़ेगा.
कानपुर. उत्तर प्रदेश और देशभर में सितंबर के महीने में बरसात हो रही है और आगे आने वाले हफ्ते में भी बरसात होने की उम्मीद मौसम वैज्ञानिक जाता रहे हैं. यह बरसात किसान और आम आदमी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है, क्योंकि इससे दलहन की फसल पर असर पड़ सकता है और दालों के दाम आसमान पर पहुंच सकते हैं. दलहनी फसलों के लिए ज्यादा पानी नुकसानदायक होता है. ऐसे में फैसले खराब होने का खतरा बना हुआ है.
बरसात से दहलनी फसल होगा प्रभावित
अभी देश में खरीफ सीजन की फसल की बुवाई गई है. दलहनी फसलों की बात की जाए तो प्रमुख रूप से अरहर और चने की दाल की बुवाई हो रखी है. सितंबर महीने में हो रही यह बरसात अगर ज्यादा होती है तो यह फसलों को नुकसान करेगा और दाल की फसल खराब हो सकती है. जिससे दालों के उत्पादन पर असर पड़ेगा और इसका खामियाजा आम इंसान को भुगतना पड़ सकता है. लोगों को महंगी दाल खरीदना पड़ सकता है क्योंकि दालों के रेट भी आसमान पर पहुंच जाएंगे.
अरहर में उकठा रोग लगने की बढ जाएगी संभावना
कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडे ने लोकल 18 को बताया कि चना और अरहर देश की सबसे प्रमुख दलहनी फसल है. जो देश में खरीफ सीजन के दौरान बोई गई है. एक ओर जहां यह बरसात धान की खेती के लिए वरदान साबित होगा तो वहीं दलहन की खेती के लिए यह नुकसानदायक साबित हो सकता है. ज्यादा पानी की वजह से अरहर में उकठा रोग लग जाता है. जिससे पैदावार कम हो जाता है. वहीं अगर पानी अधिक होता है तो फैसलें प्रभावित हो सकती है और इसके पैदावार में कमी आ सकती है. पैदावार कम होने से रेट आसमान पर पहुंच सकते हैं. इसका असर आदमी की जेब पर पड़ेगा.
Tags: Agriculture, Kanpur news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 20:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed