कैसे तैयार होता है केवड़े का इत्र एक किलो की कीमत जान उड़े जाएंगे होश

इत्र व्यापारी समीर पाठक बताते हैं कि कन्नौज में केवड़े का इत्र सबसे महत्वपूर्ण इत्रों में से एक है. इसे पुरानी पद्धति से बनाया जाता हैं. कन्नौज और उड़ीसा में इसका बड़ा काम चलता है. क्योंकि केवड़े में इस्तेमाल होने वाला फूल उड़ीसा में ही मिलता है.

कैसे तैयार होता है केवड़े का इत्र एक किलो की कीमत जान उड़े जाएंगे होश
कन्नौज: गर्मी के दिनों में कन्नौज में एक खास किस्म का इत्र सबसे ज्यादा प्रयोग में आता है. लगाने के साथ-साथ इसका इस्तेमाल खाने की चीजों में भी इस्तेमाल होता है. इस इत्र की खासियत यह होती है कि यह शरीर में ताजगी और ठंडक बनाए रखता है. कुछ खाद्य पदार्थों में मिलने के बाद उसमें सुगंध के साथ-साथ ठंडक भी आ जाती है, जो पेट के लिए लाभदायक भी होता है. कन्नौज में बनने वाला केवड़े का इत्र अपने आप में बहुत ही खास है, जिनकी डिमांड गर्मियों में सबसे ज्यादा बढ़ जाती है. इत्र व्यापारी समीर पाठक बताते हैं कि कन्नौज में केवड़े का इत्र सबसे महत्वपूर्ण इत्रों में से एक है. इसे पुरानी पद्धति से बनाया जाता हैं. कन्नौज और उड़ीसा में इसका बड़ा काम चलता है. क्योंकि केवड़े में इस्तेमाल होने वाला फूल उड़ीसा में ही मिलता है. हम लोग एक बार में 200 से लेकर 1200 फूल तक डेग में डालते हैं. कैसे बनता है केवड़ा? इस इत्र को केवड़े के फूल से तैयार किया जाता है, जो उड़ीसा में मिलता है. कन्नौज के व्यापारी इसे कन्नौज और उड़ीसा की फैक्ट्री में बनाते हैं. यह इत्र कन्नौज की अति प्राचीन पद्धति डेग-भभका से बनाया जाता है. किन चीजों में आता है काम? कन्नौज में सबसे महत्वपूर्ण इत्रों में से एक केवड़ा का इत्र लगाने के साथ-साथ खाने की भी बहुत सारी चीजों में काम आता है. इत्र के अलावा, केवड़े का जल भी बनाया जाता है. केवड़े का जल लस्सी, शरबत या अन्य पेय पदार्थ में प्रयोग किया जाता है. वहीं केवड़े के इत्र का और केवड़े के जल का प्रयोग कई तरह की मिठाइयों में भी किया जाता है. इसकी तासीर ठंडी होती है, जो शरीर में ठंडक का एहसास दिलाती है. इसकी खुशबू भी ठंडक और ताजगी का अहसास देती रहती है. क्या होता रेट? केवड़े के इत्र का रेट अलग-अलग होता है. केवड़ा रूह जहां 12 लाख रुपये प्रति किलो पहुंचता है, तो वहीं केवड़े का इत्र केवड़े के फूल पर निर्धारित रहता है. जैसे कि 200 केवड़ा फूल का इतर ₹5000 किलो से शुरू हो जाता है. वहीं, ग्राहक के डिमांड पर भी इसकी शुद्धता की माप ऊपर नीचे होती है. . Tags: Kannauj news, Local18FIRST PUBLISHED : May 1, 2024, 16:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed