झांसी समेत पुरे बुंदेलखंड में गर्मी अधिक पड़ती है. देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले सूरज यहां ज्यादा तपिश दिखाता है. तपते सूरज कि गर्मी से लोग यहां कुछ ज्यादा ही परेशान रहते हैं. लेकिन, सूरज की यही किरणें झांसी वालों के लिए फायदे का सौदा भी हो सकती हैं. इन किरणों का इस्तेमाल कर सोलर प्लांट के जरिए लोग बिजली बना सकते हैं. प्रधानमंत्री सूर्य आवास योजना के तहत लोग इस सोलर प्लांट स्कीम का फायदा उठा सकते हैं.
आम के आम गुठलियों के दाम
प्रधानमंत्री सूर्य आवास योजना के तहत एक तरफ जहां लोग अपने घर में इस्तेमाल करने के लिए बिजली बना सकते हैं, तो वहीं दुसरी तरफ जो अधिक बिजली बनती है उसे ग्रिड में पहुंचाकर मुनाफा कमा सकते हैं. इस योजना के तहत सोलर प्लांट में आने वाले खर्च पर 65 फीसदी तक की सब्सिडी भी सरकार देती है. अगर 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगाने पर कुल खर्च 1 लाख रुपए आता है, तो इसमें से 65 हजार रुपए केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर देती हैं.
मुनाफा भी कमा सकते हैं
इस योजना के तहत लोग अपने घर में इस्तेमाल होने वाली बिजली को भी कम कर सकते हैं. स्मार्ट मीटरिंग के तहत लोग एक्स्ट्रा बिजली को ग्रिड में भेज सकते हैं. अगर एक महीने में उपभोक्ता 50 यूनिट बिजली ग्रिड को सप्लाई करता है और घर में 100 यूनिट बिजली का उपभोग करते हैं तो स्मार्ट मीटर की मदद से उसका महीने का कुल बिल सिर्फ 50 यूनिट ही आयेगा. ग्रिड को सप्लाई की गई बिजली को बिल में से कम कर दिया जाता है. इससे लोग बड़ी बचत कर सकते हैं.
सरकार दे रही सब्सिडी
झांसी के मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने बताया कि अभी तक झांसी के 300 से अधिक उपभोक्ता प्रधानमंत्री सूर्य आवास योजना से लाभ उठा रहे हैं. जिले में 50 हजार उपभोक्ता को इससे जोड़ना का लक्ष्य रखा गया है. योजना के तहत अलग अलग लोड के लिए सब्सिडी रेट तय किया गया है. आम तौर पर घरों में 3 किलोवाट का प्लांट लगाया जाता है. इस पर कुल लागत 1 लाख 80 हजार रुपए आती है. योजना के तहत केंद्र सरकार 78 हजार और राज्य सरकार 30 हजार रुपए की सब्सिडी देती है. कुल सब्सिडी 1 लाख 8 हजार मिलती है. इसलिए उपभोक्ता को सिर्फ 72 हजार रुपए ही खर्च उठाना पड़ता है.
Tags: Local18, Solar power plantFIRST PUBLISHED : June 1, 2024, 12:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed