जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को झटका! 64 नेताओं ने दिया इस्तीफा 4 सितंबर को जम्मू में आजाद करेंगे बड़ी रैली
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को झटका! 64 नेताओं ने दिया इस्तीफा 4 सितंबर को जम्मू में आजाद करेंगे बड़ी रैली
Congress Ghulam Nabi Azad: गुलाम नबी आजाद साल 1990-1996 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद रहे. वे नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री भी रहे. वे साल 1996 से 2006 तक जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा पहुंचे.
जम्मू. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ते ही जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के भीतर भूकम्प आ गया है. एक के बाद एक नेता खुल कर आजाद के समर्थन में आते जा रहे हैं और काग्रेस से किनारा करने लगे हैं. इस बीच, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. यहां गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद 64 नेताओं ने मंगलवार को एक साथ कांग्रेस से पलायन कर लिया है. कांग्रेस से जिन 64 नेताओं ने इस्तीफा दिया है, उनमें पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, घारू चौधरी, मनोहर लाल शर्मा, पूर्व विधायक बलवान सिंह, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के सचिव नरिंदर शर्मा और महासचिव गौरव मगोत्रा शामिल हैं. ये सभी नेता रविवार को आजाद के नेतृत्व वाली नई पार्टी जॉइन करेंगे. बता दें गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में इन सभी नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया.
तारा चंद (पूर्व डिप्टी सीएम), माजिद वानी (पूर्व मंत्री), बलवान सिंह (जम्मू-कश्मीर कांग्रेस महासचिव), घारू चौधरी (पूर्व मंत्री), मनोहर लाल शर्मा (पूर्व मंत्री), गुलाम हैदर मालिक, विनोद शर्मा, विनोद मिश्रा, नरिंदर शर्मा, मसूद, परविंदर सिंह, आराधना अंदोत्रा, संतोष महनास, संतोष मनजोत्रा, वरुण मंगोत्रा, रेहाना अंजुम, रसपौल भारद्वाज, तीरथ सिंह, नीरज चौधरी, सरनाम सिंह, राजदेव सिंह, अशोक भगत, अश्विनी शर्मा, बद्री शर्मा, जगतार सिंह, दलजीत सिंह, मदन लाल शर्मा, काली दास, करनैल सिंह, करण सिंह, गोविंद राम शर्मा, राम लाल भगत, केवल कृष्ण, देवेंद्र सिंह बिंदू, कुलभूषण कुमार समेत 64 लोगों ने इस्तीफा दिया.
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस का एक बड़ा तबका आजाद के साथ और आहिस्ता-आहिस्ता कई नेता पहले पार्टी को छोड़कर अन्य पार्टियों मे चले गए, लेकिन गुलाम नबी आजाद के इस्तीफा देते ही अब सभी नेता वापिस आजाद के साथ आ खड़े हुए हैं. बहुत जल्द आजाद की पार्टी, जिसका गठन होने जा रहा है उसमें भारी संख्या में लोगों को शामिल किया जाएगा. इतना ही नहीं, माना जा रहा है और भी पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं.
अब नई पार्टी बनाएंगे गुलाम नबी आजाद
कांग्रेस से लम्बे वक्त से नाराज चल रहे गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपे गए करीब 5 पेज लंबे त्यागपत्र में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उस दौरान उन्होंने खासतौर से राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे. वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे. जी-23 गुट कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है. आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा है कि वे जम्मू-कश्मीर में नई पार्टी का गठन करेंगे और विधानसभा चुनाव में उतरेंगे. वहीं, मंगलवार को जम्मू मे इस्तीफा देने वाले पूर्व उप-मुख्यमंत्री तारा चंद ने भी इसकी पृष्टि कर दी है कि वे सभी भाजपा में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हम नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं, जिसमें और बहुत-से क्षेत्रीय दलों के लोग शामिल होंगे.
जम्मू-कश्मीर के जिला डोडा के छोटे-से गांव से निकले आजाद का सफर
गुलाम नबी आजाद का जन्म 7 मार्च, 1949 को जम्मू-कश्मीर के डोडा में हुआ. उन्होंने कश्मीर यूनिवर्सिटी से एमएससी किया है. वे साल 1970 के दशक में कांग्रेस से जुड़े. वे साल 1975 में जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. साल 1980 में उन्हें यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. वे पहली बार साल 1980 में महाराष्ट्र के वाशिम से लोकसभा चुनाव में खड़े हुए और जीते भी. इसके बाद उन्हें साल 1982 में केंद्रीय मंत्री बनाया गया. वे साल 1984 में भी इसी सीट से जीते. अपने इलाके मे अच्छा रसूख रखने वाले इस परिवार से सबंधित गुलाम नबी आजाद ने पहले ठेकेदारी करते हुए कई इलाकों मे पीडब्ल्यू विभाग के काम भी किए हैं
आजाद साल 1990-1996 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद रहे. वे नरसिम्हा राव की सरकार में भी मंत्री रहे. वे साल 1996 से 2006 तक जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा पहुंचे. वे साल 2005 में जम्मू-कश्मीर के सीएम भी बने. हालांकि, साल 2008 में पीडीपी ने कांग्रेस से समर्थन वापस ले लिया था. इसके बाद आजाद की सरकार गिर गई थी. आजाद, मनमोहन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे. साल 2014 में आजाद को राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया था. साल 2015 में आजाद को जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा भेजा गया था और अब वह 4 सितंबर को नई पार्टी का गठन करेंगे.
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Tags: Congress, Ghulam nabi azad, Jammu kashmirFIRST PUBLISHED : August 30, 2022, 19:45 IST