बंधुआ मजदूरी की शिकायत के बाद अधिकारियों का दल जम्मू-कश्मीर रवाना

छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को जम्मू कश्मीर में बंधुआ मजदूर बनाए जाने की शिकायत पर राज्य सरकार ने कार्यपालक दंडाधिकारी समेत अधिकारियों के दल को जांच के लिए जम्मू-कश्मीर भेजा है.

बंधुआ मजदूरी की शिकायत के बाद अधिकारियों का दल जम्मू-कश्मीर रवाना
रायपुर. छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को जम्मू कश्मीर में बंधुआ मजदूर बनाए जाने की शिकायत पर राज्य सरकार ने कार्यपालक दंडाधिकारी समेत अधिकारियों के दल को जांच के लिए जम्मू-कश्मीर भेजा है. जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि राज्य के जांजगीर-चांपा जिले के श्रमिकों को जम्मू-कश्मीर में बंधुआ मजदूर बनाए जाने की शिकायत पर जिला प्रशासन ने नायब तहसीलदार/कार्यपालक दंडाधिकारी किशन मिश्रा, श्रम निरीक्षक एलएस मरकाम और सहायक उप निरीक्षक लम्बोदर सिंह बनाफर को जम्मू-कश्मीर भेजा गया है. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को शिकायत मिली थी कि जांजगीर-चांपा और सक्ति जिले के श्रमिक जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में ईंट भट्ठों पर काम करने गए थे, उन्हें बंधुआ मजदूर के रूप में काम कराया जा रहा है. पिछले सप्ताह जांजगीर-चांपा जिले से अलग कर सक्ति को नए जिले के रूप में मान्यता दी गई. अधिकारियों ने बताया कि जब श्रमिकों के संबंध में शिकायत मिली तब जांजगीर-चांपा जिला प्रशासन ने बडगाम जिला प्रशासन से संपर्क किया, जिसके बाद कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि बडगाम जिला प्रशासन के अधिकारियों के एक संयुक्त दल ने डांगरपुरा के ईंट भट्ठे में जांच की. जांच के दौरान जानकारी मिली कि मामला बंधक का नहीं बल्कि पैसों की आपसी लेन-देन का था. जिसे स्थानीय प्रशासन द्वारा सुलझाया गया. अधिकारियों ने बताया कि कुल 64 श्रमिकों में से गृह राज्य जाने के इच्छुक 27 श्रमिकों को आवागमन की व्यवस्था करते हुए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि बंधक श्रमिक की लगातार शिकायतें मिलने के बाद जांजगीर-चांपा जिला प्रशासन ने बड़गाम प्रशासन से फिर से संपर्क किया तब मांगेरपुरा स्थित ईंट भट्ठा की जांच की गई. जांच में जानकारी मिली कि मामला बंधक श्रमिक का न होकर पैसो के लेनदेन तक ही सीमित है. अधिकारियों ने बताया कि मामलों को गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन के निर्देश के बाद तीन सदस्यीय दल को शिकायतों की जांच और जरूरी वैधानिक कार्यवाही करने के लिए जम्मू-कश्मीर रवाना किया गया है. साथ ही आवश्यक कार्यवाही और समन्वय के लिए जिला दण्डाधिकारी बड़गाम को भी पत्र प्रेषित किया गया है. इससे पहले राष्ट्रीय बंधुआ मजदूरी उन्मूलन अभियान समिति (एनसीसीईबीएल) ने इस मुद्दे को उठाया था और शिकायत दर्ज की थी कि छत्तीसगढ़ के 90 प्रवासी और ‘बंधुआ’ मजदूर बडगाम जिले के ईंट भट्ठे में फंस गए हैं. एनसीसीईबीएल के संयोजक निर्मल गोराना ने बुधवार को एक बयान में कहा कि फंसे हुए मजदूरों में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएं शामिल हैं जिन्हें ठेकेदारों द्वारा चिकित्सा सुविधा देने से मना कर दिया गया है. इन मजदूरों के कुछ कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किए गए, जिसमें उन्हें अपनी रिहाई के लिए मदद मांगते हुए सुना जा सकता है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Chhattisgarh news, Jammu kashmirFIRST PUBLISHED : September 15, 2022, 06:04 IST