हिंदी-अंग्रेजी का झोल मरे शख्स ने 20 साल बाद कैसे खोल दी भ्रष्टाचार की पोल
यह मामला दिल्ली के गोपालपुर इलाके में शिव किरोसिन तेल डिपो से जुड़ा है. इसमें सबसे बड़े शेयरधारक डुंगर सिंह थे. दिलचस्प बात यह है कि 12 जुलाई 2005 को जारी लाइसेंस नवीनीकरण फॉर्म पर डुंगर सिंह के हस्ताक्षर किए गए, जबकि 5 अगस्त 2004 को ही उनका निधन हो चुका था.
