बंजर जमीन में उगने वाली थाईलैंड की ये घास है खास

कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि सुपर नेपियर घास में सामान्य हरे चारे के मुकाबले 18-20 प्रतिशत तक प्रोटीन और 35 प्रतिशत क्रूड फाइबर मौजूद होता है. नेपियर घास की एक बार रोपाई के बाद अगले 5 से 6 वर्ष तक पशु चारे का उत्पादन लिया जा सकता है

बंजर जमीन में उगने वाली थाईलैंड की ये घास है खास
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : गन्ने की तरह दिखने वाली सुपर नेपियर घास जो मूल रूप से थाईलैंड की उपज है. इसको भारत में लोग ‘हाथी घास’ के नाम से भी जानते हैं. यह घास किसानों के साथ-साथ पशु पालकों के लिए फायदे का सौदा है. इस घास में वह सभी पोषक तत्व मौजूद हैं जो एक दुधारू पशु को आहार के रूप में मिलने चाहिए. नेपियर घास से पशुओं का दूध उत्पादन तो बढ़ता ही है. इसके अलावा किसान इसकी व्यावसायिक खेती भी कर सकते हैं. किसान इसका हरा चारा बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि इस घास की खेती सूखा प्रभावित क्षेत्र और बंजर जमीन में भी की जा सकती है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि सुपर नेपियर घास में सामान्य हरे चारे के मुकाबले 18-20 प्रतिशत तक प्रोटीन और 35 प्रतिशत क्रूड फाइबर मौजूद होता है. नेपियर घास की एक बार रोपाई के बाद अगले 5 से 6 वर्ष तक पशु चारे का उत्पादन लिया जा सकता है. नेपियर घास की पैदावार भी तेजी से होती है. एक बार में ही ये घास 15 फीट तक की लंबाई तक बढ़ जाती है. कम सिंचाई में भी नेपियर घास हर 50 दिन में कटाई के लिये तैयार हो जाती है. इसकी कटाई को खेत के एक छोर से शुरु किया जाता है. कटाई तनों से थोड़ा ऊपर से की जाती है. जिससे कि जड़ से लगा हुआ तना दोबारा घास की पैदावार दे सके. कैसे करें नेपियर घास की खेती? डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि नेपियर घास की रोपाई के लिये सबसे पहले गहरी जुताई करें. आखिरी जुताई से पहले खेत में गोबर की सड़ी या कंपोस्ट खाद मिलाकर पाटा चला कर खेत को समतल कर लें. इसके बाद नेपियर घास की जड़ या कलमों से खेत में 3-3 फुट की दूरी पर रोपाई करें. एक एकड़ में 400 क्विंटल उत्पादन डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि एक बार रोपाई के बाद हर 40-50 दिन में ताजा घास का उत्पादन मिल जायेगा. एक एकड़ खेत में नेपियर घास की खेती करने पर करीब 300 से 400 क्विंटल तक हरा चारा मिल जाता है. कटाई के बाद इसकी शाखाएं दोबारा बढ़वार करने लगती हैं. अच्छा उत्पादन लेने के लिए यूरिया का हाल का छींटा लगा दें. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 3, 2024, 08:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed