लद्दाख से आ रहे अग्निवीर जो चीन को पीलाएंगे पानी PAK को याद दिलाएंगे नानी

Indian Army: पाकिस्तान से लेकर चीन तक से निपटने के लिए भारतीय सेना बॉर्डर पर हमेशा मुस्तैद रहती है. इसी मुस्तैदी को बढ़ाने के लिए अग्निवीर योजना लाया गया. ट्रेनिंग के बाद अग्निवीर अब लद्दाख दुश्मनों को पानी पिलाने के लिए तैयार हैं.

लद्दाख से आ रहे अग्निवीर जो चीन को पीलाएंगे पानी PAK को याद दिलाएंगे नानी
नई दिल्ली: भारत इस समय डिफेंस सेक्टर में दुनियभर में सबसे ताकतवर देशों में से एक है. इसका सबसे बड़ा कारण इसकी सेना और बढ़ती क्षमता है. भारतीय सेना दुश्मनों को धूल चटाने के लिए सीमा पर हमेशा तैयार रहती है. पाकिस्तान से लेकर चीन तक से निपटने के लिए सेना बॉर्डर पर मुस्तैद रहती है. इसी मुस्तैदी को बढ़ाने के लिए अग्निवीर योजना लाया गया. अब अग्निवीर के जवान दुश्मनों को जंग के मैदान में पानी पिलाने के लिए तैयार हैं. मालूम हो कि लद्दाख में अग्निवीर के जवानों को ट्रेनिंग दी जाती है. यहीं ट्रेनिंग में अग्निवीर के जवान दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के गुण सीखते हैं. दुनिया के सबसे ऊंचे प्रशिक्षण केंद्रों में से एक लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंटल सेंटर में अग्निवीरों को लगातार ट्रेनिंग दी जा रही है. इसे भारतीय सेना का फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स भी कहा जाता है. इसी ट्रेनिंग सेंटर में बहादुर धरती पुत्र एक नई शुरुआत के लिए तैयार होते हैं और वीरता और बहादुरी की गाथा को बनाए रखने के लिए अपने नायकों का अनुसरण करते हैं. पढ़ें- सपने तो पूरे हुए पर यात्रा अधूरी रह गई… 26 साल के युवा आईपीएस हर्षवर्धन सिंह की मौत ने तोड़ दिया! राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार क्या है अग्निवीर योजना अग्निवीर एक अल्पकालिक भर्ती योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों में युवाओं को शामिल करना और उन्हें प्रशिक्षित करना है. वे सीमा पर तैनात होने के लिए प्रशिक्षित होते हैं, लेकिन उनकी भूमिका मुख्य रूप से निगरानी, गश्त और अन्य सैन्य कार्यों में होती है. मालूम हो कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद एक पुराना मुद्दा है. हालांकि इन दिनों दोनों देश के बीच सीमा पर संघर्ष कम हुए हैं. लेकिन चीन पर भरोसा करना उतना आसान नहीं है. भारत और चीन दोनों ही इस विवाद का कूटनीतिक समाधान चाहते हैं. दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है. इसी कड़ी में कुछ दिन पहले भारत और चीन के बीच समझौता हुआ जिसमें दोनों देश की सेना LAC से पीछे हटेगी. बाद में ऐसा हुआ भी. अग्निवीर योजना के तहत, युवाओं को चार साल के लिए अग्निवीर के रूप में सेना में शामिल किया जाता है. इस अवधि के बाद, इनमें से 25% अग्निवीरों को स्थायी सेवा में शामिल किया जाता है, जबकि बाकी को सेवा से मुक्त कर दिया जाता है. अग्निवीरों को चार साल के लिए सेवा देनी होती है. Tags: Agniveer, Indian armyFIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 14:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed