हैदराबाद में जोरदार रस्साकशी! BJP उम्मीदवार ने ओवैसी के गढ़ में दिखाई धमक
हैदराबाद में जोरदार रस्साकशी! BJP उम्मीदवार ने ओवैसी के गढ़ में दिखाई धमक
इस बार हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी के लिए चुनावी लड़ाई बहुत आसान रहने वाली नहीं है. उनके सामने बीजेपी ने विरिंची हॉस्पिटल्स की निदेशक, उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता, सोशल मीडिया पर साक्षात्कारों से लोकप्रिय 49 वर्षीय कोम्पेला माधवी लता को उतारा है.
(रिपोर्ट: पीवी रमण कुमार)
हैदराबाद. इस बार हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी के लिए चुनावी लड़ाई बहुत आसान रहने वाली नहीं है. उनके सामने बीजेपी ने विरिंची हॉस्पिटल्स की निदेशक, उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता, सोशल मीडिया पर साक्षात्कारों से लोकप्रिय 49 वर्षीय कोम्पेला माधवी लता को उतारा है. माधवी लता ऑल इंडिया मजलिस-ए-इतेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) उर्फ मजलिस के गढ़ में प्रवेश करके ओवैसी को उनके घर में ही जोरदार टक्कर दे रही हैं. भाजपा के तेलंगाना के हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पुराने शहर में हैदराबाद पर ओवेसी परिवार के चार दशक पुराने एकाधिकार को तोड़ने के लिए कमल और पतंग चुनाव निशान वाले उम्मीदवारों के बीच जोरदार खींचतान शुरू हो गई है.
एआईएमआईएम 1984 से लगातार इस क्षेत्र से जीतती आ रही है. एआईएमआईएम के संस्थापक अध्यक्ष सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी उर्फ सालार ने लगातार 6 चुनावों से इस निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है. असदुद्दीन ओवैसी ने अपने पिता सालार के निधन के बाद उनकी राजनीतिक विरासत संभाली है. असदुद्दीन अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए 2004 के बाद से हर चुनाव में इस सीट से जीतते रहे हैं. एआईएमआईएम की जीत न केवल लोकसभा क्षेत्र तक सीमित रही, बल्कि यह जंगल की आग की तरह 7 विधानसभा क्षेत्रों में भी फैल गई. हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में 7 सीटों पर एआईएमआईएम का प्रतिनिधित्व करने वाले उम्मीदवार लगातार अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल कर रहे हैं.
हैदराबाद में एआईएमआईएम का एकाधिकार
हैदराबाद में एआईएमआईएम के एकाधिकार को देखते हुए राज्य के अन्य राजनीतिक दल नाम मात्र के लिए अपने उम्मीदवार उतारते रहे हैं. पार्टियों को अपने उम्मीदवारों की जीत की संभावनाओं की बिल्कुल भी परवाह नहीं है. लेकिन इस बार हैदराबाद में राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव आया है, जब भाजपा ने माधवी लता को अपना उम्मीदवार बनाया. जिनका जन्म और पालन-पोषण इसी निर्वाचन क्षेत्र में हुआ है. इसके बाद माधवी लता ने कहा कि ‘पार्टी ने मुझ पर बहुत भरोसा किया है और मुझे एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है. अपने निर्वाचन क्षेत्र में हर दरवाजे पर प्रचार करने के बाद मैं चुनाव में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हूं.’
इस बार हैदराबाद चुनाव काफी दिलचस्प
राजनीतिक विश्लेषकों की राय है कि इस बार हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र का चुनाव काफी दिलचस्प है और माधवी लता असदुद्दीन ओवैसी को कड़ी टक्कर देने वाली हैं. जाने-माने राजनीतिक विश्लेषक डॉ. वेणु गोपाल रेड्डी ने कहा कि ‘ओवैसी के लिए इस बार जीतना आसान नहीं है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाजपा उम्मीदवार उनसे कड़ी टक्कर ले रही हैं. वह अपने प्रचार के तरीके, भाषण कौशल और एआईएमआईएम के खिलाफ आरोप, आलोचना से पूरे देश का ध्यान आकर्षित कर रही हैं. इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प है.’ उनके अनुसार हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र में 59 प्रतिशत मतदाता मुस्लिम और शेष 41 प्रतिशत हिंदू और अन्य धर्मों के हैं. अगर मतदान निष्पक्षता से हुआ और 10 प्रतिशत से 15 प्रतिशत मुस्लिम वोट कांग्रेस की ओर आकर्षित हुए या भाजपा ने हासिल किए तो भाजपा उम्मीदवार की जीत से कोई भी आश्चर्यचकित हो सकता है.
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Tags: 2024 Loksabha Election, AIMIM, Asaduddin owaisi, BJP, Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : April 25, 2024, 23:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed