बंटोगे तो कटोगे पार्ट-2 महाराष्ट्र में फडणवीस का योगी फार्मूला करेगा मैजिक!
बंटोगे तो कटोगे पार्ट-2 महाराष्ट्र में फडणवीस का योगी फार्मूला करेगा मैजिक!
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस काफी आक्रामक हो गए हैं. वे तीखी बयानबाजी कर रहे हैं. उनके बयानों से ऐसा लगता है कि वे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राह पर चल निकले हैं.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वोटरों को एकजुट रखने के लिए ‘बंटोगे तो कटोगे’ का नारा दिया, जो काफी चर्चा में रहा. अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ‘बंटोगे तो कटोगे पार्ट-2’ लेकर आए हैं. वे भी सीएम योगी की राह पर चल निकले हैं. कभी ‘वोट जिहाद’ की बात तो कभी धर्मांतरण पर करारा प्रहार, मुस्लिम इलाकों से अतिक्रमण हटाने की बात हो या फिर मराठा आरक्षण पर महाविकास अघाड़ी को जवाब देना…फडणवीस लगातार आक्रामक बयानबाजी कर रहे हैं. इतना ही नहीं, आक्रामक बयानबाजी करने वाले अपने नेताओं का बचाव करते भी दिखते हैं.
फडणवीस के बयानों से समझिए पूरा खेल
‘वोट जिहाद’
2024 लोकसभा चुनावों में जब महायुति को 48 में से सिर्फ 14 पर जीत मिली तो देवेंद्र फडणवीस ने इसे खुलेआम ‘वोट जिहाद’ बता दिया. कहा- लोकसभा चुनावों के दौरान ‘वोट जिहाद’ देखा गया. एक विशेष समुदाय ने हिंदुत्व उम्मीदवारों को हराने के लिए सामूहिक मतदान किया. इसका नतीजा यह हुआ कि महाविकास अघाड़ी ने 48 लोकसभा सीटों में से कम से कम 14 पर बड़ी जीत दर्ज की.
‘लव जिहाद’
कोल्हापुर में कनेरी मठ संत समावेश कार्यक्रम फडणवीस ने कहा, ‘लव जिहाद’ हमारे समुदाय में लड़कियों को कलंकित कर रहा है. ‘लव जिहाद’ की साजिश की एक लाख से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जहां हिंदू लड़कियों को फर्जी नाम और पहचान के जरिये निशाना बनाया गया. उन्हें बहकाया गया. शादी तक की गई. फडणवीस कहा कि लड़कियों से शादी की जाती है. 2-3 बच्चों को जन्म देती हैं और फिर उन्हें छोड़ दिया है.
‘गुप्त धर्मांतरण’
धर्मांतरण पर भी फडणवीस ने ऐसा बयान दिया, जिस पर सवाल उठे. उन्होंने कहा-हमने देखा है कि कुछ लोगों के नाम भारतीय होते हैं, लेकिन मरने के बाद उन्हें दफना दिया जाता है और क्रॉस लगा दिया जाता है. यह सबसे बड़ा खतरा है. कागज पर कुछ धर्मों की संख्या कम दिखती है, लेकिन वास्तव में लोग अधिक होते हैं. यानी गुप्त रूप से धर्मांतरण किया जा रहा है. अब वक्त आ गया है कि हम अपने धर्म की रक्षा करें. इसे भी हिन्दू वोटों को एकजुट करने की कोशिश के तौर पर देखा गया.
‘धार्मिक स्थलों पर कब्जा’
कोल्हापुर, पवई में मुस्लिम इलाकों से अतिक्रमण हटाया गया और हिंंसा हुई तो फडणवीस ने साफ कहा, अतिक्रमण तो हटाएंगे. कोई भी ऐतिहासिक जगह हो, धार्मिक जगह हो, सब खाली कराएंगे. इसके लिए जो भी कार्रवाई करनी होगी, हम करेंगे. किसी को भी इजाजत नहीं देंगे कि वो हमारी धार्मिक और ऐतिहासिक जगहों पर कब्जा करे. बता दें कि इन इलाकों में अतिक्रमण हटाने की वजह से सैकड़ों परिवार सड़क पर आ गए थे.
आक्रामक बयानबाजी का बचाव
बीजेपी विधायक नितेश राणे लगातार एक समुदाय विशेष के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं. जब इसके बारे में देवेंद्र फडणवीस से पूछा गया कि आप इन पर रोक क्यों नहीं लगाते तो फडणवीस बचाव करते नजर आए. उन्होंने कहा- नितेश राणे एक कट्टर हिंदुत्ववादी विधायक हैं. वो सकल हिंदू संगठन के साथ लगातार काम करते हैं. उस पर तो सवाल उठाए जाते हैं, लेकिन जब कोई तमिलनाडु में बोलता है कि सनातन को मिटा देना चाहिए. कोई केरल में बैठकर टिप्पणी करता है. इसके ऊपर कोई बोलता नहीं है, कोई कार्रवाई नहीं होती है. ऐसे में मैं समझता हूं कि न्याय सबके लिए बराबर होना चाहिए.
वोटों का गणित समझिए
महाराष्ट्र में मराठों की आबादी 28 प्रतिशत, तो ओबीसी की आबादी 38 प्रतिशत है. मुस्लिमों की आबादी 11 फीसदी जबकि दलितों की 12 प्रतिशत है. आदिवासियों की आबादी भी यहां अच्छी खासी है. यहां 9 प्रतिशत आदिवासी और करीब 6 फीसदी बौद्ध हैं. बीजेपी चाहती है कि हिन्दू वोट अगर एकजुट हो जाएं, तो उसकी जीत की राह आसान हो जाएगी. इसलिए बार-बार फडणवीस उसी तरह के बयान दे रहे हैं. बीजेपी के कुछ नेता खुलेआम ऐसी टिप्पणियां करते हैं.
मुस्लिमों को लुभाने की भी कोशिश
हालांकि, मुस्लिमों को लुभाने के लिए भी बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी की सरकार ने कई फैसले लिए हैं. जैसे मदरसा शिक्षकों का वेतन 6 हजार से बढ़ाकर 16 हजार कर दिया गया. लॉरेंस बिश्नोई के शूटरों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की, तो उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई. अजित पवार को मुस्लिम कार्ड खेलने की छूट दी गई. उन्होंने कई कैंडिडेट भी उतारे हैं.
मराठा वोट का पेच
महाराष्ट्र में मराठा सबसे प्रमुख जाति है. इनकी आबादी लगभग 28% है. चुनाव से लेकर हर स्कीम तक में इनका सीधा दखल होता है. इसलिए कोई भी पार्टी इनकी नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती. मराठा वोट का ज्यादातर हिस्सा शुरू से बीजेपी-शिवसेना को मिलता आया है. लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों में खेल पलट गया.
फडणवीस का गेम प्लान
1. मराठा वोटों को लुभाने के लिए बीजेपी ने कई तरह की घोषणाएं की हैं. क्रीमी लेयर की आय सीमा 8 लाख से बढ़ाकर 15 लाख करने का ऐलान किया गया. इससे साफ हो गया कि अगर मराठा आरक्षण लागू हुआ तो राज्य में मुट्ठी भर परिवार भी नहीं बचेंगे जो क्रीमी लेयर के दायरे में आएंगे.
2. राजकोट किले में 35 फुट ऊंची मूर्ति गिरी तो देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू तक को घेर लिया. फडणवीस ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर अपनी किताब ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में मराठा स्वाभिमान के प्रतीक छत्रपति शिवाजी का अपमान करने का आरोप लगा दिया.
3. महाराष्ट्र के 7 समुदायों को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने की सिफारिश कर दी गई थी. महाराष्ट्र में 351 ओबीसी समुदाय हैं, जो राज्य की जनसंख्या का 52% हिस्सा हैं. 1996 से इनके डीक्लासिफिकेशन की मांग की जा रही थी.
Tags: CM Yogi Adityanath, Devendra Fadnavis, Maharashtra election 2024, Maharashtra ElectionsFIRST PUBLISHED : October 29, 2024, 23:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed