राग-द्वेष और आसक्ति से मुक्ति का मार्ग है ध्यान

ध्यान का अर्थ मन को शांत करना है, न कि केवल एकाग्रता. यह आत्मा को प्रेम, शांति और आनंद से जोड़ता है. ध्यान आक्रामकता को कम कर सही मार्ग पर रखता है और स्वीकृति की भावना लाता है.

राग-द्वेष और आसक्ति से मुक्ति का मार्ग है ध्यान