कैसे की जाती है फूड टेस्टिंग और देशभर में इसके लिए कितने हैं लैब जानें हर सवाल का जवाब

Food Testing in India: बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि का घी फूड टेस्टिंग में फेल हो गया. इसके बाद खाद्य पदार्थों की टेस्टिंग का मामला एक बार फिर से गर्माया हुआ है. इससे पहले नेस्‍ले की मैगी का सैंपल भी फूड टेस्टिंग में फेल हो गया था, जिसके बाद काफी सवाल उठे थे. अब एक बार फिर से यह मुद्दा गर्मा गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि फूट टेस्टिंग की प्रक्रिया क्‍या है और भारत में इसके लिए लैब की सुविधाएं कितनी दुरुस्‍त हैं?

कैसे की जाती है फूड टेस्टिंग और देशभर में इसके लिए कितने हैं लैब जानें हर सवाल का जवाब
हाइलाइट्सभारत में फूड टेस्टिंग के लिए FSSAI का गठन किया गया हैदेशभर में FSSAI के लैब हैं, जहां खाद्य पदार्थों की जांच होती है पतंजलि का घी टेस्‍ट में फैल होने के बाद फूड टेस्टिंग का मुद्दा गर्माया हुआ है नई दिल्‍ली. योग गुरु से हजारों करोड़ मूल्‍य की कंपनी के मालिक बने बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि इन दिनों दूसरी वजहों से सुर्खियों में है. दरअसल, पतंजलि का घी टेस्‍ट में फेल हो गया है. इसके बाद बाबा रामदेव ने फूड टेस्टिंग प्रक्रिया पर ही गंभीर सवाल उठा दिए हैं. उन्‍होंने आरोप लगाया कि पतंजलि के घी को नकली बताने के काफी प्रयास किए गए हैं. उन्‍होंने दावा किया कि पतंजलि घी का सैंपल उत्‍तराखंड के घनसाली से लिया गया और उसे रूद्रपुर की उस सरकारी लैब में भेजा गया, जो फिसड्डी है. उसकी रिपोर्ट को आधार बनाकर घी को मिलावटी बताया गया, लेकिन गाजियाबाद की लैब की जांच में पतंजलि घी में किसी तरह की खराबी नहीं मिली. इन सबके बीच सवाल उठता है कि फूड टेस्टिंग कैसे की जाती है और इसकी क्‍या कानूनी प्रक्रिया है? साथ खाद्य पदार्थों की जांच के लिए देश में कितने लैब हैं? भारत में खाद्य पदार्थों की टेस्टिंग की जिम्‍मेदारी FSSAI यानी की भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के पास है. FSSAI ने देशभर में कई प्रयोगशालाओं को मान्‍यता दे रखी है, जहां फूड टेस्टिंग की जाती है. लैब को कई श्रेणियों को बांटा गया है. साथ ही फूड सैंपल लेने के लिए प्रक्रिया भी निर्धारित की गई है. इसका मुख्‍य उद्देश्‍य उपभोक्‍ताओं/लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य के साथ किसी भी तरह के खिलवाड़ को रोकना है. यदि FSSAI किसी खाद्य पदार्थ को मान्‍यता प्राप्‍त करता है तो इसका मतलब है कि उसके उपयोग से किसी तरह का खतरा नहीं है. यदि FSSAI की टेस्टिंग में कोई फूड प्रोडक्‍ट फेल हो जाता है तो इसका अर्थ यह है कि वह खाने योग्‍य नहीं है. ऐसे खाद्य उत्‍पादों के बेचने पर रोक लगा दी जाती है. बाबा रामदेव की पतंजलि फूड्स देने जा रही है डिविडेंड. (प्रतीकात्मक तस्वीर) फूड टेस्टिंग की प्रक्रिया टेस्टिंग के लिए खाद्य पदार्थों के नमूने मुख्‍य रूप से दो तरीके से लिए जाते हैं. पहला लीगल सैंपल और दूसरा सर्विलांस सैंपल. लीगल सैंपल के तहत खाद्य पदार्थों के नमूने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 में दिए गए प्रावधानों के तहत लिए जाते हैं. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा इसका पालन करना अनिवार्य होता है, ताकि कानूनी प्रक्रिया में इसके परिणामों का इस्‍तेमाल किया जा सके. दूसरी श्रेणी के तहत निगरानी, सर्वे या रिसर्च के उद्देश्‍य से फूड प्रोडक्‍ट के सैंपल लिए जाते हैं. इसके तहत केंद्र या फिर केंद्र और राज्‍य दोनों के अधिकारियों द्वारा सैंपल लिए जा सकते हैं. इसका मुख्‍य उद्देश्‍य खाद्य पदार्थों की गुणवत्‍ता और सुरक्षा को बरकरार रखना है. स्‍वदेशी और आयातित फूड प्रोडक्‍ट्स की जांच इसी के आधार पर की जाती है, ताकि लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य की सुरक्षा और प्रोडक्‍ट की गुणवत्‍ता को बरकरार रखा जा सके. टेस्ट में फेल हुआ पतंजलि का घी तो बाबा रामदेव ने कहा- ये कैसे हो सकता है कि…  किन परिस्थितियों में लिए जा सकते हैं सैंपल? FSS एक्‍ट में उन परिस्थितियों का भी उल्‍लेख किया गया है, जब किसी फूड प्रोडक्‍ट का सैंपल टेस्‍ट के लिए लिया जा सकता है. वे इस प्रकार हैं -: 1. जब किसी फूड सेफ्टी ऑफिसर को लगे कि किसी प्रोडक्‍ट का उत्‍पादन, भंडारण या विक्रय FSS एक्‍ट के प्रावधानों के तहत न हो. 2. उपभोक्‍ताओं की शिकायत के आधार पर. 3. खाद्य पदार्थ में हानिकारक तत्‍वों की मौजूदगी या फिर मिलावट होने पर. 4. स्‍थानीय चिंताओं के आधार पर. 5. अतिरिक्‍त सर्विलांस प्रोग्राम के तहत. 6. नए व्‍यवसाय स्‍थापित होने पर. 7. नए प्रोडक्‍ट बनाने पर. 8. फैक्ट्रियों की निगरानी करने पर. देश में कितने हैं लैब? फूड टेस्टिंग के लिए देशभर में लैब हैं. FSSAI की ओर से निर्धारित मानकों को पूरा करने वाले 225 ऐसे लैब को मान्‍यता प्रदान की गई है. ये सभी प्राइमरी फूड लैबोरेटरीज की श्रेणी में आते हैं. इसके अलावा रेफरल फूड लैबोरेटरीज के तौर पर 20 प्रयोगशालाओं को चिह्नि किया गया है. वहीं, नेशनल रेफरेंस लैबोरेटरीज के तहत 11 लैब को मान्‍यता प्रदान की गई है. दो लैब को इसके सहायक के तौर पर चिहि्नत किया गया है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: FSSAI, Patanjali Products, Start Baba Ramdev Patanjali Products Franchise and Distribution BusinessFIRST PUBLISHED : September 19, 2022, 13:17 IST