हिमाचल में धू-धू जल रहे जंगल रिहायशी इलाकों तक पहुंची आग 2 लोगों की मौत

Himachal Forest Fire: हिमाचल प्रदेश में आठ हजार हेक्टेयर से अधिक जंगली जमीन पर आग लगी है. 15 अप्रैल से लेकर अब तक 1033 आगजनी के मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में वन विभाग आग बुझाने में लाचार और बेबस नजर आ रहा है.

हिमाचल में धू-धू जल रहे जंगल रिहायशी इलाकों तक पहुंची आग 2 लोगों की मौत
शिमला. हिमाचल प्रदेश के जंगलों में लगी आग बेकाबू हो गई है. प्रदेश के शिमला, सोलन, बिलासपुर, मंडी सहित अन्य इलाकों में बीते कई दिन से जंगल धू धू कर चल रहे हैं. वहीं, जंगल की आग अब कई रिहायशी इलाकों तक भी पहुंच गई है. शिमला में बुधवार को आबादी वाले इलाकों को तक आग पहुंची. वहीं, सोलन में एक मैकेनिक शॉप इस वजह से राख हो गई. हमीरपुर और बिलासपुर में दो लोगों की मौत जंगल की आग की वजह से हुई है. जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में आठ हजार हेक्टेयर से अधिक जंगली जमीन पर आग लगी है. 15 अप्रैल से लेकर अब तक 1033 आगजनी के मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में वन विभाग आग बुझाने में लाचार और बेबस नजर आ रहा है. उत्तराखंड की तरह हिमाचल में अब तक आग बुझाने के लिए एयरफोर्स और सेना की मदद नहीं ली गई है. शिमला और बिलासपुर में आग शिमला के मैहली और जुन्गा की तरफ गुरुवार को जंगलों में आग लगी रही. इस दौरान यह मैहली में आबादी वाले इलाकों में पहुंच गई. फायर ब्रिगेड के अलावा, लोग भी आग बुझाते नजर आए. शिमला के ही तारा देवी में जंगल की आग का तांडव देखने को मिला है. वहीं, बिलासपुर में प्रसिद्ध नैणी देवी मंदिर के पास भी जंगल जलाए गए हैं. यहां कुछ गाड़ियां भी आग की चपेट में आने से राख हो गई. मंडी के धर्मपुर के मंडप गांव में भी किसी ने जंगल में गुरुवार दोपहर आग लगा दी और पूरा जंगल इससे राख में तब्दील हो गया. सोलन में जंगल की आग की वजह से हाईवे के साथ सटी एक मैकेनिक शॉप में आग लग गई. कहां कहां हुई मौतें हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के भराड़ी में आग बुझाते समय बुजुर्ग की झुलकर मौत हो गई. वहीं. हमीरपुर के दियोटसिद्द में आग के धुएं से दम घुटने से महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की जान चली गई. हिमाचल प्रदेश में इससे पहले, जंगल की आग से किसी की मौत नहीं हुई थी. शिमला के मैहली में जंगल में लगी आग. क्या कहता है विभाग हिमाचल प्रदेश वन विभाग के एडिशनल प्रिसिंपल चीफ कन्जर्वेटर पीके राणा ने बताया कि इस सीजन में अब तक जंगल में आग लगने के 1033 मामले सामने आए हैं. गुरुवार को 25 जगह आग लगी हुई थी. वन विभाग आग पर काबू पाने की कोशिशें कर रहा है. उन्होंने बताया कि गर्मी के सीजन से पहले विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए 900 मीटिंग की थी. कई इलाकों में लोग भी मदद के लिए आ रहे हैं. मुख्य सचिव ने भी आपदा प्रबंधन और अलग अलग विभागों से मीटिंग की है. उन्होंने बताया कि हिमाचल में ड्राई स्पेल के चलते भी आग ज्यादा भड़क रही है. क्यों लगती है जंगलों में आग हिमाचल प्रदेश में चिड़ के जंगलों में आग लगी हुई है. आग लगने के पीछे की मुख्य वजह इंसान है. इंसान ही अपने लालच के लिए जंगलों को आग लगा रहे हैं.  बरसात सीजन में पशुओं के लिए हरि घास के लालच में इंसान जंगलों में आग लगा रहे हैं. वहीं, जंगलों में पार्टी करने वाले लोग भी बोनफायर करते हैं तो ऐसे में आग लग जाती है. वहीं, जंगलों के साथ घासनी में भी ग्रामीण इलाकों  में लोग आग लगा रहे हैं और यह आग बाद में बेकाबू होकर जंगलों तक पहुंच जाती है. कई बार आसमानी बिजली गिरने से भी आग लगती है. लेकिन, यह काफी दुर्लुभ होता है. Tags: Fire Department, Forest and Climate Change, Forest fire, Himachal pradesh, Himachal Pradesh News Today, Shimla News TodayFIRST PUBLISHED : May 30, 2024, 10:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed