पिथौरागढ़: नहीं देखी होगी अस्पताल तक पहुंचने की ऐसी तस्वीर यहां तकनीक नहीं किस्मत भरोसे है मरीजों की जान
पिथौरागढ़: नहीं देखी होगी अस्पताल तक पहुंचने की ऐसी तस्वीर यहां तकनीक नहीं किस्मत भरोसे है मरीजों की जान
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि मामले के संज्ञान में आने के बाद जिले के सीएमओ को बोना एलोपैथिक चिकित्सालय में जल्द ही एक डॉक्टर की तैनाती करने के निर्देश दे दिए गए हैं.
रिपोर्ट- हिमांशु जोशी
पिथौरागढ़. यूं तो पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था हमेशा ही सरकारों को मुंह चिढ़ाते रहती है. ऐसे में यह तस्वीर और भी भयावह लगती है, जब बंद सड़कों की वजह से मरीजों को डोली के सहारे उबड़-खाबड़ रास्तों से पैदल ही अस्पताल तक पहुंचाया जाता है. ऐसी की कुछ तस्वीरें पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील से आई हैं, जहां के दूरस्थ गांव बोना के लिए बनी सड़क भारी बारिश की वजह से पिछले कई दिनों से बंद है. सड़क मार्ग न होने से यहां गंभीर रूप से बीमार महिला गीता देवी को ग्रामीणों ने अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बोना गांव से मदकोट के अस्पताल तक 30 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया. इस दौरान ग्रामीणों ने बीमार महिला को डोली के सहारे कंधे पर लादकर उबड़-खाबड़ रास्तों, बंद पड़ी सड़कों समेत कई नदी-नालों और झरनों को पार करते हुए मदकोट तक पहुंचाया.
मुनस्यारी के ग्रामीण विक्रम सिंह दानू ने बताया कि बोना गांव के राजकीय एलोपैथिक अस्पताल में डॉक्टर न होने की वजह से आसपास के तोमिक और गोल्फा के ग्रामीण भी परेशान हैं, जिन्होंने सरकार से बोना में डॉक्टर की तैनाती के साथ बंद पड़ी सड़क को जल्द से जल्द खोलने की मांग की है.
दरअसल बोना के एलोपैथिक अस्पताल में एक डॉक्टर की तैनाती की गई, लेकिन कुछ समय बाद ही उनके आगे की पढ़ाई के लिए चले जाने की वजह से वहां कोई डॉक्टर नहीं है. अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा बोना एलोपैथिक अस्पताल के लिए डॉक्टर की व्यवस्था की जा रही है.
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी ने दिया ये आदेश
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि मामले के संज्ञान में आने के बाद जिले के सीएमओ को बोना एलोपैथिक चिकित्सालय में जल्द ही एक डॉक्टर की तैनाती करने के निर्देश दे दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि बंद सड़कों को खोलने के भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जिले के दुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात भी जिलाधिकारी ने कही है.
गौरतलब है कि पिथौरागढ़ जिले के कई दुर्गम इलाके आज भी सड़क, बिजली-पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. पहाड़ में रहने वाले लोगों की मुश्किलें भी पहाड़ जितनी ही बड़ी हैं, जहां आधुनिकता के दौर में भी जिंदगी किस्मत के भरोसे ही है.
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Tags: Pithoragarh district, Pithoragarh hindi news, Uttarakhand GovernmentFIRST PUBLISHED : July 12, 2022, 18:25 IST