पिथौरागढ़ को 22 साल में मिले 22 डीएम विकास में रोड़ा बन रहा जिलाधिकारी का तबादला

Pithoragarh News: पिथौरागढ़ जिले में शीर्ष अधिकारियों का तबादला होना अब बात आम हो गई है. उत्तराखंड के गठन के 22 सालों में 22 जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को मिले हैं. इससे जिले के विकास पर असर पड़ा है. वहीं, पिथौरागढ़ की जनता भी सरकार से सवाल कर रही है.

पिथौरागढ़ को 22 साल में मिले 22 डीएम विकास में रोड़ा बन रहा जिलाधिकारी का तबादला
रिपोर्ट: हिमांशु जोशी पिथौरागढ़. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शीर्ष अधिकारियों का तबादला होने की बात अब आम हो गई है. 1960 में जिले के गठन के बाद से ही 51 जिलाधिकारियों की नियुक्ति हुई है. वहीं, राज्य गठन के 22 सालों में 22 जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को मिले हैं. काफी कम समय में जिलाधिकारी के तबादले से जिले के विकास कार्य प्रभावित होते हैं, जिससे जनता की उम्मीदें भी टूटने लगती हैं. बता दें कि पिथौरागढ़ जिला भौगोलिक और सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण जिला है. जब तक कोई जिलाधिकारी जिले के इन हालातों को समझ पाता है, तब तक उसका स्थानांतरण हो जाता है और विकास कार्यों को धरातल पर उतारने की उनकी सभी कोशिशें बेकार चली जाती हैं. पिथौरागढ़ जिले में लगातार हो रहे तबादलों से अब पिथौरागढ़ की जनता सवाल कर रही है. धारचूला सीमांत क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पूर्व जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के कार्यकाल में सीमा से लगे दुर्गम इलाकों ने विकास की रफ्तार पकड़ी थी और इन क्षेत्रों में पर्यटकों की चहलकदमी भी बढ़ी थी. साथ ही सीमांत के ये दुर्गम क्षेत्र भी पर्यटन के नक्शे में उतर पाए. वहीं, सीमांत क्षेत्र झूलाघाट के रहने वाले शंकर खड़ायत कहते हैं कि जिलाधिकारी के तबादले की एक निश्चित समय सीमा होनी चाहिए, जिससे डीएम को जिले के विकास कार्यों को धरातल पर उतारने का समय मिल सके और जिले का विकास प्रगति की ओर बढ़े. क्‍या डॉ. आशीष चौहान के ये प्रोजेक्‍ट रहेंगे जारी? पिथौरागढ़ में राज्य गठन के बाद 22वीं जिलाधिकारी के तौर पर रीना जोशी ने पदभार ग्रहण किया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में जिले के पर्यटन और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सुधारने को अपनी प्राथमिकता बताया है. वहीं, इससे पूर्व जिलाधिकारी रहे डॉ. आशीष चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति सुधारने के लिए तमाम प्रोजेक्ट धरातल पर उतारे थे, जिसमें व्यास वैली को शिवधाम के रूप में विकसित करने, जिले में ही मशरूम कंपोस्ट बनाने, भटेड़ी गांव को पोल्ट्री क्षेत्र में विकसित करने, नाबार्ड के अंतर्गत यहां से स्थानीय उत्पादों घी, बेड़ू, ऊन आदि चीजों को विश्वस्तर तक पहुंचाने के प्रयास किए, जो सफल भी रहे. हालांकि उनके तबादले से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में मायूसी है. पिथौरागढ़ की जनता को उम्मीद है कि मौजूदा जिलाधिकारी रीना जोशी उनके इन सभी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाकर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को नई दिशा देने का काम करेंगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Pithoragarh district, Pithoragarh newsFIRST PUBLISHED : November 01, 2022, 13:35 IST