उत्तराखंड: ड्रेस कोड के बाद अब 103 मदरसों को होगी जांच 10 सदस्यीय कमेटी को जिम्मेदारी

Uttarakhand Madrsa News: उत्तराखंड में अब इस कदम के बाद मदरसा संचालकों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं. इससे पहले ड्रेसकोड़, फिर मदरसों के सर्वें के लिए कमिटी का गठन और इसके अलावा, कुछ ऐसे फैसले है, जो प्रदेश की राजनीति में हलचल ला रहे है. यहां की सियासी आबोहवा में पारा चढ़ा हुआ है.

उत्तराखंड: ड्रेस कोड के बाद अब 103 मदरसों को होगी जांच 10 सदस्यीय कमेटी को जिम्मेदारी
देहरादून. उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड के भी मदरसों का सर्वे होने जा रहा है. उत्तराखण्ड के 103 रजिस्टर्ड मदरसों में फंडिंग के इस्तेमाल से लेकर एजुकेशन पैटर्न, फाइनेंसियल पोजिशन भी अब जांच के दायरे में होंगे. दरअसल, मदरसों में हो रही पढ़ाई को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड वक्फ़ बोर्ड ने प्रदेश में रजिस्टर्ड 103 मदरसों को जांच के दायरे में ला दिया है, जिसके जांच वक्फ बोर्ड के मेंबर से लेकर अध्यक्ष खुद करेंगे. इसमें एजुकेशन पैटर्न, फंडिंग के इस्तेमाल से लेकर, मदरसों के कंडीशन की भी जांच होगी. 10 सदस्यीय टीम 10-10 मदरसों में जांच करेंगी. साथ ही अध्यक्ष भी खुद मदरसों की स्थिति को देखेंगे.  इस साल के आखिर तक जांच टीम को अपनी रिपोर्ट बोर्ड के सामने रखनी होगी, जिसके बाद खामी पाये जाने पर मदरसों पर कार्यवाही की भी तैयारी है  शादाब शम्स,अध्यक्ष, वक्फ़ बोर्ड, उत्तराखण्ड ने बताया कि जांच के लिए 10 सदस्यीय टीम बनाई गई है, जो कि दिसंबर अंत तक रिपोर्ट देगी. कांग्रेस ने उठाए सवाल आपके शहर से (देहरादून) उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब देहरादून ऋषिकेश देहरादून चमोली नैनीताल पिथौरागढ़ पौड़ी गढ़वाल बागेश्वर रुद्रप्रयाग चम्पावत टिहरी गढ़वाल हरिद्वार अल्मोड़ा उत्तरकाशी ऊधमसिंह नगर हल्द्वानी Dehradun News: बेकाबू ट्रक ने मचाया तांडव, कई राहगीरों और बाइक सवारों को कुचला, 1 की मौत Bharat Jodo Yatra : ओंकारेश्वर में दिखी राहुल-प्रियंका की शिव भक्ति, नर्मदा को चढ़ाई चुनरी, PHOTOS बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीनों आरोपियों का करवाया जा सकता है नार्को टेस्ट पहाड़ की बेटियों के लिए प्रेरणा! पिता और खुद के जूनून से यशस्वी ने भारत को एशियाई शूटिंग में दिलाया गोल्ड उत्तराखंड हाई कोर्ट का बड़ा आदेश, विधानसभा के बर्खास्त कर्मचारी नहीं होंगे बहाल Bharat Jodo Yatra : इंदौर की सफाई देखकर राहुल गांधी हुए खुश, सफाईकर्मियों और जनता को बधाई दी Dehradun: टीबी उन्मूलन के लिए देहरादून लड़ रहा जंग, मरीजों की ढाल बन रहे 'निक्षय मित्र' उत्तराखंड नगर निगम चुनाव: तो दिल्ली की तरह AAP और बीजेपी में ही होगा मुकाबला, जानें कांग्रेस का हाल UTET 2022: उत्तराखंड TET 2022 का रिजल्ट और फाइनल आंसर की करें चेक Bharat Jodo Yatra : बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंची राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, 200 पंडितों ने किया स्वागत Street food: देहरादून में इस जगह जाकर लीजिए राजस्थान की स्पेशल कोकोनट जलेबी का स्वाद उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब देहरादून ऋषिकेश देहरादून चमोली नैनीताल पिथौरागढ़ पौड़ी गढ़वाल बागेश्वर रुद्रप्रयाग चम्पावत टिहरी गढ़वाल हरिद्वार अल्मोड़ा उत्तरकाशी ऊधमसिंह नगर हल्द्वानी पूरे मसले पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि आज तक सरकार यह नहीं पता कर पाई कि प्रदेश में प्राइवेट और सरकारी मदरसे कितने हैं. ऐसे में हम आगे की कार्यवाही पर क्या भरोसा करें. सरकार के पास  5 साल में मदरसों में पढ़ाई गई शिक्षा का लेखा-जोखा नहीं है. मदरसा संचालकों के धड़कनें बढ़ी उत्तराखंड में अब इस कदम के बाद मदरसा संचालकों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं. इससे पहले ड्रेसकोड़,  फिर मदरसों के सर्वें के लिए कमिटी का गठन और इसके अलावा, कुछ ऐसे फैसले है, जो प्रदेश की राजनीति में हलचल ला रहे है. यहां की सियासी आबोहवा में पारा चढ़ा हुआ है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Madarsa, UttrakhandFIRST PUBLISHED : November 29, 2022, 12:45 IST