बस एक महीने का इंतजार और फिर उड़ान भरेंगे कोस्टगार्ड और नेवी के ALH

ALH HELICOPTER: तकनीकी खराबी के चलते जब भी कोई हादसा होता है तो पूरे हेलिकॉप्टर फ्लीट को ग्राउंड कर दिया जाता है. सघन जांच के बाद ही उड़ाने की मंजूरी दी जाती है. ALH के अलग अलग वर्जन भारतीय सेना में शामिल है जिसमें ALH MK.1, MK2, MK3 और Mk4 वेपेनाइजड वर्जन रुद्र शामिल है.इनकी गैर मौजूदगी में चीता और चेतक हेलिकॉप्टरों ने मोर्चा संभाल रखा है. अगर हम नंबरों की बात करें तो भारतीय थल सेना सबसे ज़्यादा 145 ALH को ऑपरेट करती है. इनमें 75 इसके वेपेनाइजड वर्जन ALH MK 4 रुद्र है. थलसेना ने 25 अतिरिक्त ALH मार्क 3 का ऑर्डर HAL को दिया है, भारतीय वायुसेना के पास 70 के करीब ध्रुव हैं तो नौसेना के पास 18 ALH मौजूद है.

बस एक महीने का इंतजार और फिर उड़ान भरेंगे कोस्टगार्ड और नेवी के ALH