किस भाव में बैठा है कौन सा ग्रहक्या होगा उसका फल! पढ़ेंगे LU के छात्र
किस भाव में बैठा है कौन सा ग्रहक्या होगा उसका फल! पढ़ेंगे LU के छात्र
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ज्योतिर्विज्ञान विभाग में छात्र अब ग्रहों का फलादेश पढ़ेंगे.साफ शब्दों में समझें तो ग्रहों का फलादेश यानी किस भाव में कौन सा ग्रह बैठकर किस तरह का फल देता है उसे पढ़ाया जाएगा.
अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. लखनऊ शहर के लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ ही शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय में नए कोर्स शुरू होने जा रहे हैं. बात करें लखनऊ विश्वविद्यालय की तो लखनऊ विश्वविद्यालय के ज्योतिर्विज्ञान विभाग में बीए के छात्र अब ज्योतिष की सामान्य पढ़ाई के साथ ही ग्रहों के फलादेश का अध्ययन भी करेंगे. इसके लिए विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्नातक के पाठ्यक्रम में बदलाव भी कर दिया है. इसमें 4 वर्षीय स्नातक और तीन वर्षीय स्नातक दोनों ही शामिल होंगे. इसके अलावा शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय में संगीत में नए पाठ्यक्रम जैसे डिप्लोमा इन म्यूजिक और सर्टिफिकेट कोर्स इन म्यूजिक को शुरू किया जाएगा.
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ज्योतिर्विज्ञान विभाग में छात्र अब ग्रहों का फलादेश पढ़ेंगे. उन्होंने बताया कि नए सिलेबस में कोर्स 192 की जगह 160 क्रेडिट का किया गया है. इसमें कुछ चैप्टर कम किए गए हैं और कुछ नए जोड़ दिए गए हैं. इसके जरिए ज्योतिष के छात्रों को कुछ नया और व्यावहारिक सीखने के लिए मिलेगा. साफ शब्दों में समझें तो ग्रहों का फलादेश यानी किस भाव में कौन सा ग्रह बैठकर किस तरह का फल देता है उसे पढ़ाया जाएगा. उन्होंने बताया कि ज्योतिषी बनने के लिए यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि किस भाव में बैठकर कौन सा ग्रह कैसा फल देता है. इसके बिना ज्योतिषी बन पाना मुश्किल है, इसीलिए इसकी शुरुआत की गई है.
शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय में शुरू होंगे ये कोर्स
डा. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय सिंह ने बताया कि संगीत में नए पाठ्यक्रम जैसे डिप्लोमा इन म्यूजिक ,सर्टिफिकेट कोर्स इन म्यूजिक को शुरू किया जाएगा. इससे छात्रों को कुछ नया सीखने का मौका मिलेगा. उन्होंने बताया कि छात्र लंबे वक्त से इसकी डिमांड भी कर रहे थे इसलिए इसे शुरू किया जा रहा है.
Tags: Education, Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 21:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed