क्या टीचर नहीं बनना चाहते युवा बीएड काउंसिलिंग में नहीं पहुंच रहे अभ्यर्थी
क्या टीचर नहीं बनना चाहते युवा बीएड काउंसिलिंग में नहीं पहुंच रहे अभ्यर्थी
UP BEd 2024: उत्तर प्रदेश में बीएड एडमिशन के प्रति युवाओं का रुझान कम हो रहा है. पिछले साल बीएड की एक लाख सीटें खाली रह गईं थी. इस साल बीएड की काउंसिलिंग में पिछले साल से सभी कम अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं.
UP BEd 2024: उत्तर प्रदेश में कभी बीएड करके शिक्षक बनने के लिए होड़ लगी रहती थी, लेकिन अब यहां बीएड के प्रति युवाओं का रूझान कम हो रहा है.आलम यह है कि बीएड में एडमिशन के लिए काफी कम संख्या में अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं. बता दें कि यूपी में बीएड के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया चल रही है. काउंसिलिंग के पहले राउंड में लगभग 75000 अभ्यर्थियों को बुलावा भेजा गया, लेकिन पहुंचे महज 12,400. यही नहीं इनमें से महज 11,600 अभ्यथियों ने ही कॉलेज अलॉट कराया.
पिछले सेशन में खाली रह गईं थी सीटें
उत्तर प्रदेश में बीएड की लगभग 2.50 लाख सीटें हैं. पिछले साल भी बीएड में एडमिशन कराने वालों की तादाद काफी कम थी. पिछले सेशन में भी काफी संख्या में सीटें खाली रह गईं थी. बताया जा रहा है कि पिछले सेशन में 2.50 लाख में से मात्र 1.50 लाख सीटों पर ही एडमिशन हुए थे. प्रदेश में लगभग एक लाख सीटें खाली रह गईं थीं. इन सीटों पर बीएड में एडमिशन ही नहीं हुआ.
क्या है इस साल का हाल
उत्तर प्रदेश में बीएड में एडमिशन लेने को लेकर हाल ठीक नहीं है. इस साल तो पहले से भी कम उम्मीदवार हैं. इस साल बीएड की प्रवेश परीक्षा में महज 1,93,062 परीक्षार्थी ही शामिल हुए थे. इसके बाद अब 13 अगस्त से बीएड की काउंसिलिंग शुरू हुई है, तो बीएड में एडमिशन के लिए पहले राउंड की काउंसलिंग में महज 75000 परीक्षार्थियों को बुलाया गया था, लेकिन काउंसलिंग में कुल 12,400 उम्मीदवारों ने ही पंजीकरण करवाया. उसमें से भी 11,600 अभ्यर्थियों ने ही कॉलेज का विकल्प चुना. पहले राउंड की काउंसलिंग के तहत आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को सीटें आवंटित हो जाएगी. इसके अलावा जो सीटें बचेंगी उसकी काउंसिलिंग प्रक्रिया दूसरे राउंड में 25 से 31 अगस्त तक होगी.
क्यों घटा हैं रूझान
बीएड के प्रति युवाओं का रुझान के घटने के पीछे एक कारण यह बताया जा रहा है कि 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीएड के प्रति का रुझान और कम हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि सिर्फ बीटीसी डीएलएड) डिप्लोमा धारक प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ाने के पात्र होंगे. लेवल-1 (पहली से 5वीं कक्षा तक) के स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए बीएड अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाएंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के कारण पिछले साल से बीएड काउंसलिंग में भी दिखा.
Tags: Government teacher job, Teacher, Teacher Eligibility Test, Teacher jobFIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 21:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed