जानिए क्या है यमुना अथॉरिटी का खास प्लान सालाना होगी हजारों करोड़ की कमाई

भारतीय एम आर ओ बाजार की कीमत लगभग 1.7 बिलियन डॉलर है. 2031 तक इसके 4 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने की उम्मीद जताई जा रही हैं. इस क्षमता के बाद भी भारत के एम आर ओ बाजार में लगभग 90% से ज्यादा सेवाएं विदेशी देशों को आउटसोर्स किया जाता है.

जानिए क्या है यमुना अथॉरिटी का खास प्लान सालाना होगी हजारों करोड़ की कमाई
धीरेन्द्र कुमार शुक्ला/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने का काम तेजी से चल रहा हैं. विकास को और गति देने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अंदर बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 40 एकड़ एरिया में एक सेन्टर बनाए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. एयरपोर्ट वाले सेंटर के लिए टेंडर निकाला गया है. जबकि एयरपोर्ट की बराबर में देश का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एमआरओ कार्गो हब विकसित किया जाएगा. ये हब 1365 एकड़ क्षेत्रफल में बनाया जाएगा. इसकी जानकारी यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुण वीर सिंह ने दी हैं. यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुण वीर सिंह ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि अमेरिका और चीन के बाद सबसे बड़ा एमआरओ बनाए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई हैं. इसके लिए एयर कार्गो का 5.6 बिलियन डॉलर का बिजनेस हैं. उन्होंने आगे बताया अभी देश में 713 एयरक्राफ्ट है. आने वाले समय में यह संख्या बढ़कर 1500 के आसपास होने वाली है. इसके लिए मेंटेनेंस 1500-6000 घंटे में होता है. वहीं अगर बड़े जहाज की बात की जाए तो उनके मेंटेनेंस 12 से 18 महीने या 12 से 18000 घंटे चलने के बाद किया जाता है. ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अगले साल 2025 में दूसरा रनवे बनाया जाएगा. इससे सालाना 80 मिलियन टन कार्गो आयात और निर्यात करने का लक्ष्य रखा गया. भारत में कितनी है एमआरओ बाजार की कीमत मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने आगे बताया कि भारतीय एम आर ओ बाजार की कीमत लगभग 1.7 बिलियन डॉलर है. 2031 तक इसके 4 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने की उम्मीद जताई जा रही हैं. इस क्षमता के बाद भी भारत के एम आर ओ बाजार में लगभग 90% से ज्यादा सेवाएं विदेशी देशों को आउटसोर्स किया जाता है. जिसकी मुख्य वजह लागत लाभ और पर्याप्त घरेलू बुनियादी ढांचे की कमी हैं. देश में उच्च कर और जटिल विनियामक वातावरण है. इसकी वजह से कुशल कार्यबल की कमी देखने को मिलती हैं. वहीं अगर पड़ोसी देशों की बात की जाए तो पड़ोसी देशों में स्थापित एमआरओ केंटो से प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा है. कार्गो बढ़ने की वजह भारत का एयर कार्गो क्षेत्र लगातार विकास का अनुभव करता जा रहा है. जो देश को लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कार्गो के बढ़ने की 4 मुख्य वजह है. पहली वजह है ई-कॉमर्स में लगातार उछाल देखने को मिलती हैं. इसकी वजह से लगातार कार्गो बढ़ रहा है. दूसरी वजह बढ़ता दवा निर्यात तीसरी वजह खराब होने वाले सामान के परिवहन में लगातार वृद्धि होना चौकी वजह विनिर्माण क्षेत्र में लागतार बढ़ोतरी होना यह मुख्य चार कारण है. जिसकी वजह से लगातार और एयर कार्गो बढ़ता जा रहा है. यह है चार बड़ी चुनौतियां जिनका करना पड़ रहा है सामना पहली चुनौती है की कई हवाई अड्डों पर अपर्याप्त बुनियादी ढांचा, दूसरी चुनौती उच्च परिचालन लागत, तीसरी चुनौती जटिल विनियमन वातावरण, चौथी चुनौती, टियर-2 और टियर-3 शहरों से सीमित संपर्क. सरकार ने उठाए 3 बड़े कदम सरकार की तरफ से पहला कदम राष्ट्रीय एयर कार्गो नीति की रूपरेखा 2019 में तैयार की गई थीं. और इसका लक्ष्य 2025 तक भारत को शीर्ष पांच और फ्रेंट बाजारों में शामिल करना है. सरकार की तरफ से दूसरा कदम एयर कार्गो कम्युनिटी सिस्टम को बढ़ावा देना और कार्गो संचालन को व्यवस्थित करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करना है. तीसरा, कृषि उड़ान योजना को अहम भूमिका दी गई. इसके साथ ही हवाई परिवहन नेटवर्क के साथ बेहतर एकीकरण के माध्यम से कृषि में मूल्य प्राप्ति में सुधार पर ध्यान केंद्रित करती हैं. 5 सालों में आई इतने % उछाल भारतीय एयर कार्गो बाजार में आने वाले पांच सालों में 9 से 10% बढ़ाने की उम्मीद है. इसको मजबूत बनाने के लिए तेजी से बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है. जिसमें तकनीकी उन्नति हो रही है. उसके साथ में घरेलू कनेक्टिविटी को भारत सरकार बढ़ावा दे रही हैं. इस सेक्टर को रेगुलेट किया जा रहा है. यही नहीं भारत के बढ़ते और कर को बाजार विशेष रूप से फार्मास्यूटिक्ल्स, पेरिशेबल्स और ई-कॉमर्स जैसे विशेष क्षेत्र में नए निवेश को और खिलाड़ियों के लिए अवसर मौजूद है. चारों तरफ से अगर देखा जाए तो इन सारी परिस्थितियों में सबसे ज्यादा फायदा ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिलेगा. इससे इस पूरे इलाके में रोजगार के नए-नए अवसर मिलेंगे. और युवाओं को आगे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का मौका मिलेगा. Tags: Local18, Noida news, UP newsFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 17:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed