ग्रेटर नोयडा में लोगों की क्यों बढ़ गई है परेशानी जानिए इसके पीछे की वजह

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से 6 जनरल मैनेजरों को सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई से लेकर विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए तैनात किया गया है. इन सभी की तैनाती के बावजूद ग्रेटर नोएडा में विकास कार्यों की स्थिति बेहद खराब होती जा रही है. लगातार ग्रेटर नोएडा की समस्या बढ़ती जा रही है और ध्यान देने वाला कोई नहीं है.

ग्रेटर नोयडा में लोगों की क्यों बढ़ गई है परेशानी जानिए इसके पीछे की वजह
ग्रेटर नोएडा. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से मौजूदा समय में 6 मैनेजरों को तैनात किया गया है. जिसमें प्रोजेक्ट्स, हेल्थ और हॉर्टिकल्चर विभाग को शामिल किया गया है. 6 मैनेजरों के रहने के बावजूद  शहर में विकास कार्य की प्रगति लगातार धीमी होती जा रही हैं. यही नहीं पूरी तरह से विकास की गति अव्यवस्थित हो गई है. आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन है और इनके गतिविधियों पर कौन नजर रख रहा है यह बड़ा सवाल है. ग्रेटर नोएडा की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से अगर विकास की गति बेहद खराब स्थिति है. यहां स्वास्थ्य और उद्यान विभागों की स्थिति खराब होती नजर आ रही है, क्योंकि शहर के अनेक सेक्टर में हालत गंभीर है. सड़कें टूटी पड़ी हुई है और पार्कों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. जगह-जगह कूड़े के ढेर लगा हुआ है. कूड़ा उठाने की सेवाएं पूरी तरीके से अव्यवस्थित हो गई है. जिससे कई दिनों तक कूड़ा घरों के बाहर पड़ा रहता है. इससे लोगों में बीमारियां फैल रही है. स्थानीय लाेगों ने अब आक्रोश जाहिर करना शुरू कर दिया है. शहर वासियों ने व्यक्त किया आक्रोश ग्रेटर नोएडा शहर के रहने वाले लोगों ने कहा कि स्वास्थ्य और उद्यान विभाग में तैनात मैनेजर केवल अपने पद को बनाए रखने के लिए खानापूर्ति कर रहे हैं. वह कूड़े के ढेर और पार्कों की खराब स्थिति के बीच फोटोशूट करते रहते हैं और इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए अपनी नौकरी बचा रहे हैं. ग्रामीण इलाकों की भी स्थिति भी बेहद खराब होती जा रही है. ग्राम विकास के जरनल मैनेजर ए के मिश्रा ध्यान नहीं दे रहे हैं. किसान नेता बृजेश भाटी ने लोकल को बताया कि गांव की नालियां बेहद खराब स्थिति में है. यहां साफ-सफाई नहीं की जाती हैं. सड़कों पर लगी लाइटें खराब हो चुकी है. गांव का सीवर ओवरफ्लो होकर गलियों में बह रहा है और पेयजल संकट भी है. बलरामपुर के रहने वाले राजेंद्र सिंह ने बताया कि गांव की स्थिति खराब होती जा रही है जिम्मेदारों को इस पर ध्यान देना चाहिए. विकास कार्यो की स्थिति है बेहद खराब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से 6 जनरल मैनेजरों को सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई से लेकर विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए तैनात किया गया है. जिसमें से पीपी सिंह को प्रख्यात विभाग के डिवीजन 1, 2 और 3 का काम सौंपा गया हैं. लेकिन, इन डिविजन में अवैध कॉलोनी की भरमार है. डिवीजन 4, 7, 5 और 8 का कार्यभार डीजीएम रविंद्र सिंह और आरपी सिंह को सौंपा गया है. एजीएम आरके भारतीय को स्वास्थ्य विभाग की बड़ी जिम्मेदारी दी गई. इन सभी की तैनाती के बावजूद ग्रेटर नोएडा में विकास कार्यों की स्थिति बेहद खराब होती जा रही है. कहीं पर भी सुधार का कोई भी एक रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है. लगातार ग्रेटर नोएडा की समस्या बढ़ती जा रही है. Tags: Greater Noida Authority, Greater noida news, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 14:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed